पटना : पटना में छात्र हित के लिए आरएसए और जदयू के छात्र कार्यकर्ताओं ने जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर फारूक अली का घेराव कैंपस के मेन गेट पर किया. दरअसल, स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर सत्र 2020- 22 का परीक्षा प्रपत्र भरा जा रहा है जिसमें 75 प्रतिशत अटेंडेंस अनिवार्य है. अन्यथा उसका परीक्षा प्रपत्र नहीं भरा जाएगा. इसका संगठन पूरा समर्थन करता है, लेकिन इसके आड़ में भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.


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बदहाली का शिकार हो रहा जयप्रकाश विश्वविद्यालय
छात्र जदयू के कार्यकर्ताओं का कहना है कि छात्रों का किस आधार पर इंटरनल एग्जाम ले लिया गया. साथ ही जिस छात्र- छात्रा का 75 प्रतिशत अटेंडेंस नहीं हुआ है उनका परीक्षा प्रपत्र भर कर और उनका परीक्षा प्रपत्र शुल्क क्यों लिया जा रहा है. कई विभागों को क्लासरूम ही नहीं है तो उस विभाग के छात्र-छात्रा आखिर कहां पढ़ेंगे. कई विभागाध्यक्ष के द्वारा बार-बार कुलपति को पत्र लिखा गया है कि क्लासरूम आवंटित किया जाए, लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन उनका वर्ग रूम आवंटित नहीं कर सका. जिसके कारण वर्ग संचालित हुआ ही नहीं तो छात्र-छात्रा का 75 प्रतिशत अटेंडेंस कैसे होगा.


स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर ओल्ड कोर्स का परीक्षा फॉर्म इस बार नहीं भरा जा रहा है. जबकि नियमत उन्हें एक बार और मौका मिलना चाहिए. इन सभी मुद्दे को लेकर कुलपति से काफी नोकझोंक हुई. महाविद्यालयों के स्नातकोत्तर विभाग के विभागाध्यक्ष व कर्मचारियों के द्वारा पैसा लेकर 75 प्रतिशत अटेंडेंस बनाया जा रहा है और उनके द्वारा कहा जा रहा है कि यह हिस्सा कुलपति के पास तक पहुंचता है. इसलिए आप दीजिएगा तभी आपका परीक्षा प्रपत्र हम लोग फॉरवर्ड करेंगे. इन्हीं सब मुद्दों को लेकर जोरदार आंदोलन विश्वविद्यालय कैंपस में अभी भी चल रहा है. आंदोलन में प्रमुख रूप से आशीष यादव उर्फ गुलशन यादव उज्जवल कुमार सिंह, मनीष पांडे मिंटू, छात्र जतिन के विश्वविद्यालय अध्यक्ष प्रशांत बजरंगी, रुपेश यादव, विकास सिंह सेंगर, कुंदन पासवान, अंशु सिंह, स्नेहा कुमारी किरण कुमारी संगीता कुमारी समेत सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे.


इनपुट- राकेश


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