जदयू विधायक ने बीजेपी को दिया समर्थन तो नीतीश कुमार से लेकर पार्टी के सभी बड़े नेता हो गए शॉक्ड
ललन सिंह ने नागालैंड में विधायक के द्वारा बीजेपी को समर्थन देने के मामले पर साफ कर दिया कि यह घोर निंदनीय है और पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी.
पटनाः नीतीश कुमार के पाला बदलने से बीजेपी और जेडीयू के रिश्तों की खाई और चौड़ी होती जा रही है. अब इन दोनों दलों के बीच ऐसा कुछ हुआ है, जो आग में घी डालने का काम कर रहा है. जेडीयू के आला नेता शॉक्ड हो गए हैं तो पार्टी के तमाम बड़े नेताओं ने बीजेपी पर सवाल उठाए हैं. दरअसल, जेडीयू के एक विधायक, जो नगालैंड से चुने गए थे, उन्होंने बीजेपी को समर्थन देने का फैसला कर लिया. नीतीश कुमार और उनकी पार्टी को इसका जरा भी अंदाजा नहीं था और उन्होंने आनन फानन नगालैंड ईकाई को भंग करने का फैसला ले लिया. अब पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह ने इस मामले में बीजेपी पर निशाना साधा है.
विधायक ने की अनुशासनहीनता: ललन सिंह
ललन सिंह ने नागालैंड में विधायक के द्वारा बीजेपी को समर्थन देने के मामले पर साफ कर दिया कि यह घोर निंदनीय है और पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी. यही वजह है कि जनता दल युनाइटेड ने फैसला लिया कि नागालैंड वाले मामले पर तुरंत पूरे संगठन को ही बर्खास्त कर दिया जाए. ललन सिंह ने कहा कि बिना हम लोगों की सहमति के नगालैंड के प्रदेश अध्यक्ष एव जीते हुए विधायक ने अपना समर्थन बीजेपी को दिया जो घोर अनुशासनहीनता है.
कुशवाहा पर बोली ये बात
ललन सिंह ने यह भी कहा कि हमारी पार्टी का साफ मानना है कि हम बीजेपी को समर्थन नहीं देंगे. इसके पहले भी दूसरे जगह हमारे जीते हुए विधायकों को बीजेपी ने अपने दल में शामिल करा लिया था. मणिपुर और अरुणाचल मे ऐसा किया गया. उपेंद्र कुशवाहा को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दिए जाने को लेकर ललन सिंह ने कहा, वो तो देगी ही न, लेकिन उससे कोई फर्क पड़ना. याद कीजिए 2015 का विधानसभा चुनाव. उस समय यह सब लोग एनडीए के साथ थे, जिनको इन्होंने वाई प्लस की सुरक्षा दी है. वह कितना सीट लड़े और कितना जीते. शून्य पर आउट हुए थे. ललन सिंह ने कहा उपेंद्र कुशवाहा केंद्र सरकार की गोद में गए हैं तो उनकी स्तुति नहीं करेंगे तो क्या मिलना है उनको.
रिपोर्ट: निषेद