पटनाः JDU Meeting:बिहार की राजनीति के लिए आनेवाला सप्ताह महत्वपूर्ण होनेवाला है. इसी दौरान जदयू की राज्य और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी. इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्रीय राजनीति में फिर जाने को लेकर प्रस्ताव पारित हो सकता है. इसको लेकर सत्ता और विपक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं. जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक 3 और 4 सितंबर को पटना में होगी. इस बैठक में विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर नीतीश कुमार के नाम सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा हो सकती है. वहीं पार्टी महासचिव अफाक अहमद खान ने कहा कि दोनों दिन संगठन संबंधी मुद्दों और सदस्यता अभियान पर चर्चा की जाएगी. 


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बदले राजनीतिक हालात में पास होंगे बड़े प्रस्ताव
जदयू की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्रीय नेता के रूप में प्रोजेक्ट करने रणनीति तैयार हो रही है. पार्टी नेताओं के बयानों के साथ इस रणनीति पर से धीरे धीरे पर्दा उठ रहा है. जदयू का साथ उसकी सहयोगी राजद भी दे रही है और कह रही है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नैतिक जिम्मेदारी है, वो नेतृव करें. महागठबंधन की ओर से भले नीतीश कुमार राष्ट्रीय नेता के रूप में.पेश किया जा रहा है, लेकिन भाजपा नेता कह रहे हैं कि 2024 में देश नरेंद्र मोदी को ही चुनेगा. किसी और की दाल गलनेवाली नहीं है.


नीतीश ने कभी नहीं कहा कि वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे
राष्ट्रीय कार्यकारिणी जद(यू) का एक प्रमुख संगठनात्मक निकाय है. वहीं, राष्ट्रीय परिषद एक व्यापक निकाय है, जिसमें कार्यकारिणी के सभी सदस्य शामिल होते हैं. नीतीश ने खुद को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किए जाने की संभावनाओं को अक्सर खारिज किया है. हालांकि, जद(यू) के अध्यक्ष ललन सिंह ने हाल ही में कहा था कि उनकी पार्टी इस पर विचार के लिए तैयार है, बशर्ते अन्य विपक्षी दल संबंधित भूमिका के लिए नीतीश के नाम का समर्थन करें. इस बीच, रविवार को राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर विपक्षी दल नीतीश का समर्थन करें तो वह प्रधानमंत्री पद के मजबूत उम्मीदवार हो सकते हैं.