Patna: जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) ने सोमवार को नवनिर्वाचित भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निलंबन का स्वागत करते हुए इसे सही दिशा में उठाया गया कदम करार दिया. गत 21 दिसंबर को हुए डब्ल्यूएफआई के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी संजय सिंह और उनके पैनल ने बड़े अंतर से जीत हासिल की थी. 


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जदयू नेता के.सी. त्यागी ने कहा, ''हम खेल मंत्रालय द्वारा लिए गए फैसले का स्वागत करते हैं. यह देर से ही सही लेकिन एक सही फैसला है. यह दोषियों को सजा दिलाने के लिए उठाया गया कदम है.'' डब्ल्यूएफआई पर अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आयोजन की जल्दबाजी में घोषणा करने के आरोपों के बाद खेल मंत्रालय ने रविवार को कुश्ती महासंघ को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया था. डब्ल्यूएफआई पर उचित प्रक्रिया का पालन नहीं करने और तैयारियों के लिए पहलवानों को पर्याप्त समय नहीं देने का आरोप था. 


हाल ही में संपन्न शीतकालीन सत्र में संसद से 146 विपक्षी सांसदों के निलंबन पर त्यागी ने कहा, "निलंबन दुर्भाग्यपूर्ण है. सदन चलाने की जिम्मेदारी सत्तारूढ़ दल की है." उन्होंने कहा, "स्वतंत्र भारत में इतने बड़े पैमाने पर कभी निलंबन नहीं हुआ. सत्तारूढ़ दल को गतिरोध दूर करने की कोशिश करनी चाहिए." 


खेल मंत्रालय ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) से भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के संचालन की निगरानी के लिए एक अस्थायी पैनल स्थापित करने को कहा है। सूत्रों ने कहा कि आईओए को एक पत्र भेजा गया है, जिसमें प्रस्ताव किया गया है कि अस्थायी समिति को एथलीट चयन की जिम्मेदारी सहित डब्ल्यूएफआई के संचालन की देखरेख और विनियमन सौंपा जाए।


(इनपुट भाषा के साथ)