झरिया के जीवन संस्था पर जिला प्रशासन की कार्रवाई शुरू, जांच के लिए पहुंचे एसडीएम और डीएसपी
बादल पाठक डेढ़ महीने से और गौरी कुमारी 11 साल से जीवन संस्था में रहकर अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे थे. बादल पाठक गौरी कुमारी के साथ हुए हादसा को अपनी आंखों से देखा है. बादल पाठक के साथ संस्था के लोग डंडे से मारपीट किया करते थे.
धनबादः झरिया स्थित जीवन संस्थान में गौरी कुमारी की मौत और बादल पाठक के साथ मारपीट के मामले में जिला प्रशासन ने एक टीम गठित कर जांच में जुट गई है. गुरुवार को एसडीएम, डीएसपी, सीओ और सीडब्लूसी जिला प्रशासन की टीम के साथ मिलकर जांच करने पहुंच गए. पुलिस की अधिकारियों का कहना है कि अरोपियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा.
घटना की हर एक बिंदुओं पर की जा रही गहन जांच
डीएसपी और एसडीओ ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और हर एक बिंदुओं पर गहन जांच की जा रही है. जीवन स्कूल मूक बधिर और अपंग बच्चों का स्कूल है. बता दें कि संस्था के प्रबंधक के द्वारा पीड़ित बादल पाठक के ऊपर नशा का आदि एवं जबरन अवैध संबंध का आरोप लगाया था जिसको लेकर उपयुक्त ने संस्था के प्रधानाचार्य अनिल सिंह को शोक कॉज किया है.
बादल पाठक के साथ डंडे से मारपीट करते थे संस्था के सदस्य
स्थानीय निवासी रेखा पासवान ने बताया कि बादल पाठक डेढ़ महीने से और गौरी कुमारी 11 साल से जीवन संस्था में रहकर अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे थे. बादल पाठक गौरी कुमारी के साथ हुए हादसा को अपनी आंखों से देखा है. बादल पाठक के साथ संस्था के लोग डंडे से मारपीट किया करते थे. हालांकि छात्रों के साथ मारपीट और खाना नहीं देने का कोई नया मामला नहीं है आसपास के रहने वाले लोग आए दिन छात्रों का चीखने चिल्लाने की आवाज सुनते रहते है. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने भी हंगामा किया और अधिकारियों के समक्ष अपना भी बयान दर्ज करवाया.
घटना पर क्या कहते है पुलिस अधिकारी
पुलिस अधिकारी का कहना है कि जिला प्रशसान व पुलिस की टीम पूछताछ करने के बाद अपनी जांच की प्रक्रिया पूरी कर ली है. कल शुक्रवार को जांच रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपा दी जाएगी. जिसके बाद जीवन का भविष्य तय होगा, लेकिन इन सबके बीच सवाल यह है कि आखिर कार मूक बधिर और अपंग बच्चों के साथ दरिंदगी करने का हक जीवन संस्था को किसने दिया.
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