झारखंड कोयला खदान हमला: रेड के दौरान NIA ने अमन साहू को किया गिरफ्तार, मिले कई आपत्तिजनक दस्तावेज
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने 2020 में झारखंड के तेतरियाखाड़ में एक कोयला खदान पर हमले से जुड़े एक मामले में बृहस्पतिवार को बिहार में कई स्थानों पर छापेमारी की और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. आरोपी के कब्जे से 1.3 करोड़ रुपये बरामद किए गए.
Ranchi: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने 2020 में झारखंड के तेतरियाखाड़ में एक कोयला खदान पर हमले से जुड़े एक मामले में बृहस्पतिवार को बिहार में कई स्थानों पर छापेमारी की और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. आरोपी के कब्जे से 1.3 करोड़ रुपये बरामद किए गए. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
संघीय एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि भागलपुर और पूर्णिया में दो-दो स्थानों और मधेपुरा में एक स्थान पर छापेमारी के दौरान एक राइफल, एक पिस्तौल, पांच मोबाइल फोन, एक हार्ड-डिस्क, आपत्तिजनक दस्तावेज और गोला-बारूद भी जब्त किए गए. यह मामला दिसंबर 2020 में मूल रूप से झारखंड के बालूमाथ पुलिस थाने में दर्ज किया गया था. कोयला खदान पर हुए हमले में "आतंकवादी गिरोह" के सहयोगी सुजीत सिन्हा, अमन साहू और अन्य शामिल थे.
एजेंसी ने मामले की जांच के दौरान पाया कि अमन साहू गिरोह झारखंड में पुलिस उपाधीक्षक पर गोलीबारी, व्यापारियों व ठेकेदारों से जबरन वसूली सहित कई अन्य अपराधों में शामिल था. गिरोह के तार झारखंड के बाहर विभिन्न नक्सली संगठनों और अन्य संगठित आपराधिक गिरोहों के साथ जुड़े थे.
एनआईए के प्रवक्ता ने कहा, 'आज जिन परिसरों पर छापा मारा गया. वे आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश में शामिल गिरोह के सहियोगियों के थे. एक सहयोगी, जिसकी पहचान भागलपुर के शंकर यादव के रूप में हुई है. अमन साहू की ओर से एकत्र की गई जबरन वसूली की रकम को रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेश करने में शामिल था.'
उन्होंने कहा कि यादव के कब्जे से 1.3 करोड़ रुपये की बरामदगी हुई है. मार्च 2021 में झारखंड पुलिस से मामला अपने हाथ में लेने वाली एनआईए ने आपराधिक साजिश के तहत झारखंड के लातेहार में जबरन वसूली और सरकारी काम में बाधा डालने से संबंधित मामले में अब तक 24 आरोपियों के खिलाफ तीन आरोप पत्र दायर किए हैं.
(इनपुट भाषा के साथ)