रांची : झारखंड में कथित तौर पर साइबर अपराधियों से जुड़े 8,674 बैंक खाते सील कर दिये हैं. पुलिस को संदेह है कि वे इनका इस्तेमाल लोगों को झांसा देने के लिए कर रहे थे. सीआईडी के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा 2002 खाते देवघर जिले में उसके बाद धनबाद में 1,183 और रांची में 959 खाते सील किये गये. 


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झारखंड अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के महानिदेशक अनुराग गुप्ता ने बताया कि हमें भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र से सील हुए बैंक खातों का विवरण मिला है और जिला तथा बैंक-वार इनकी एक सूची तैयार की गई. खातों के सत्यापन के लिए विवरण सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक और बैंक के साथ साझा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इन खाताधारकों का ब्योरा तलाशा जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर ये खाते फर्जी या साइबर अपराधियों से जुड़े पाये जाते हैं तो खाताधारकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


झारखंड में साइबर अपराधियों के खिलाफ सीआईडी बड़े पैमाने पर अभियान को अंजाम दे रही है. गुप्ता ने बताया कि पिछले तीन माह में कथित तौर पर साइबर अपराधों में शामिल 495 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और साइबर धोखाधड़ी के लिए 107 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा साइबर अपराध के खिलाफ अभियान के दौरान अब तक 1,164 मोबाइल फोन और 1,725 सिम कार्ड भी जब्त किये जा चुके हैं. देवघर, गिरिडीह, बोकारो, जामताड़ा और रांची समेत विभिन्न जिलों में साइबर अपराधियों के खिलाफ लगातार छापेमारी की जा रही है.


पुलिस ने बताया कि सोमवार को बोकारो जिले से 16 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. बोकारो नगर पुलिस उपाधीक्षक कुलदीप कुमार ने बताया कि आरोपी 'को-ऑपरेटिव कॉलोनी' के पास किराये के मकान में रह रहे थे. उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनके पास से मोबाइल फोन, सिम कार्ड, पोस्ट बारकोड, रबड़ मुहर और नकली मुद्राएं भी बरामद की हैं.


इनपुट- भाषा


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