पटनाः Kartik Month Importance: कार्तिक माह को मां लक्ष्मी का निवास महीना माना जाता है. इसलिए इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा के साथ माता लक्ष्मी की पूजा भी करनी चाहिए. माता लक्ष्मी का आर्शीवाद पाने के लिए नारियल अर्पित करें. इसलिए सुख समृद्धि की प्राप्ति के लिए शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूर्जा अर्चना अवश्य करें. कार्तिक महीने का महात्मय पुराणों में भी बताया गया है. इस माह में व्रत-नियम का पालन करना चाहिए.


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कार्तिक-मास मे पालन करने योग्य नियम और उसका महात्म्य


जिस तरह श्रावण माह भगवान शिव के लिए हैं उसी तरह कार्तिक और पुरुषोत्तम भगवान विष्णु का विशेष महीना है. इस माह में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा होती है. इस माह में पुण्य की प्राप्ति के लिए कुछ विशेष नियम का पालन करना चाहिए.


पूरे माह दीपदान करें -
इस माह में भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी, यमदेव और पीपल देव के समक्ष और जलाशयन दीपक जलाने से सभी तरह के संकट मिट जाते हैं और घर में सुख शांति आती है. साथ ही नदी में दीपक प्रवाहित करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. दीपदान करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं.


माता लक्ष्मी को भोग लगाएं
माता लक्ष्मी को खीर पसंद है. इस माह में उन्हें प्रतिदिन खीर का भोग लगाने से धन की हानि नहीं होती है और धन समृद्धि बढ़ती हैं. इसी माह में दीपावली के दिन माता की विशेष पूजा होती है.


विशुद्ध आहार ग्रहण करने से बचें.
जो कार्तिक मास प्राप्त हुआ देख पराये अन्न का सर्वथा त्याग करता है (बाहर का कुछ नही खाता) उसे अतिक्रच्छ नामक यज्ञ करने का फल मिलता है. इस महीने मांस-मदिरा से भी दूर रहना चाहिए. एक कमल का फूल  भगवान विष्णु को अर्पित करें.


जो मनुष्य कार्तिक मास मे रोज भगवान विष्णु को कमल के फूल चढाता है वह कई जन्मों के पाप से मुक्त हो जाता हैं. जो मनुष्य कार्तिक मास मे रोज भगवान विष्णु को तुलसी चढाता है वह हर 1 पत्ते पर 1 हीरा दान करने का फल पाता है. 


गीता का पाठ करें
जो मनुष्य कार्तिक मास मे रोज गीता का एक अध्याय पड़ता है वह कभी यमराज का मुख नही देखता.