लखीसराय: लखीसराय जिले के नक्सल प्रभावित चानन प्रखंड में सरकार की योजनाओं का लाभ आमलोगों को कम विभागीय अधिकारी, जिम्मेदार लोग एवं संवेदक को अधिक मिल रहा है. यही वजह है कि तमाम तरह की योजनाओं के संचालन के बावजूद चानन प्रखंड लखीसराय जिले में सबसे अधिक पिछड़ा है. यहां लोग आज भी पेय जल जैसी समस्यों से जूझ रहे हैं. 


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पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं लोग


मुख्यमंत्री सात निश्चय योजनाओं को ही लें तो इसके तहत मुख्यमंत्री पेयजल योजना अंतर्गत हर घर नल का जल में विभाग और संवेदक ने अपना पेट भर लिया है. लेकिन, आबादी अब भी प्यासी है. यहां पीएचईडी विभाग के अधिकारी व संवेदक पर डीएम का आदेश भी बेअसर साबित हुआ है. पहाड़ और जंगलों से सटे जानकीडीह पंचायत की पड़ताल में यह शिकायत सामने आई है कि यहां की योजना भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. पंचायत की बड़ी आबादी आज भी पेयजल समस्या से जूझ रहें है. 


पंचायत के वार्ड संख्या- छह बतसपुर एवं वार्ड संख्या-सात हरवंशपुर गांव में पेयजल की लगे पानी टंकी शोभा की वस्तु बनकर रह गया है. इससे ग्रामीण को तो नही पीएचईडी विभाग एवं संवेदक का प्यास अधिक बुझी है. 


शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई


बीते 10 जनवरी को डीएम ने सप्ताहिक जांच के दौरान जानकीडीह पंचायत पहुंचे तो ग्रामीणों ने दोंनो वार्डो में नलजल ख़राब होने कि शिकायत की. जिसपर डीएम ने पीएचईडी विभाग के जेई को कड़ी फटकार लगाई और तीन दिनो के अंदर नलजल ठीक करने का आदेश जारी की. लेकिन डीएम के आदेश को पीएचईडी विभाग के अधिकारी ने ठेंगा हुए एक पखवाड़े बीत जाने के बावजूद भी इस ओर कोई ध्यान नही दिया. जिसको लेकर ग्रामीणों में प्रशासन से भी भरोसा उठ गया है. वो भगवान भरोसे जीतने को मजबूर हैं.