शेखपुरा : शेखपुरा जिले के चेवाड़ा थाना क्षेत्र के अंकपुर गांव के दो दर्जन से ज्यादा बच्चे बीमार पड़ गए. आनन-फानन में सभी बच्चों को बेहतर इलाज के लिए शेखपुरा सदर अस्पताल में लाया गया. जहां सभी बच्चों का इलाज चल रहा है. 


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मिड डे मील खाने के बाद सभी बच्चों को उल्टी दस्त के साथ पेट दर्द की शिकायत
बताया जा रहा है कि सभी बच्चे प्राथमिक विद्यालय अंकपुर में नामांकित हैं और मिड डे मील खाने के बाद सभी को उल्टी दस्त के साथ पेट दर्द की शिकायत होने लगी. जिसके बाद ग्रामीण स्थानीय स्तर पर बच्चों का इलाज करा रहे थे लेकिन लगातार स्थिति बिगड़ता देख बच्चे को आनन-फानन में अस्पताल लाया गया. जहां सभी का इलाज चल रहा है. 


खाने में गिरी छिपकली, बच्चों को खिलाया गया यही खाना
ग्रामीणों की मानें तो मिड डे मील वाले खाने में छिपकली गिर जाने के बाद भी बच्चे को यह परोस दिया गया. जिसके कारण सभी बच्चे बीमार हो गए. फिलहाल बच्चों का इलाज चल रहा है, जबकि अधिकारी को इसकी सूचना दी गई है. वहीं बच्चे के बीमार होने की सूचना पर क्षेत्रीय विधायक विजय सम्राट और डीएम सावन कुमार शेखपुरा सदर अस्पताल पहुंचे. बच्चे से बात कर सेहत की जानकारी ले रहे हैं. वही इस मौके पर डीएम सावन ने कहा कि 15 से 16 बच्चों का इलाज अस्पताल में चल रहा है लेकिन 30 से ज्यादा बच्चों के बीमार होने की जानकारी मिल रही है. डीएम ने इस मामले के जांच के आदेश दिए हैं. वही क्षेत्रीय विधायक ने कहा कि बच्चों का इलाज जारी है. 


जगदीशपुर में मिड डे मील खाने से एक दर्जन बच्चे बीमार, अस्पताल में भर्ती


इसी तरह की घटना भागलपुर के जगदीशपुर स्थित सैनो मध्य विद्यालय में घटी. जहां मिड डे मील खाने से 12 से ज्यादा बच्चे बीमार हो गए. उन्‍हें उल्‍टी आने के साथ ही पेट में दर्द और चक्‍कर आने की शिकायत आने लगी. स्थिति बिगड़ता देख आनन-फानन में बच्चों को जगदीशपुर के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. फिलहाल सभी बच्चों की हालत में सुधार है. मिड डे मील के तहत दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्‍ता को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं. इसके बावजूद जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है. बता दें कि प्रशासन की ओर से जगदीशपुर थानाध्यक्ष अमित कुमार अपने दल बल के साथ बच्चों के इलाज कराने में तत्पर दिखे. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने विद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.


ग्रामीणों ने कहा कि यह वाकया इस विद्यालय में कई बार हो चुका है. कभी चावल में पिल्लू निकलना, तो कभी छिपकली निकलना, हमलोगों ने कई दफे इस पर आवाज उठाई लेकिन प्राचार्य इस पर ध्यान बिल्कुल भी नहीं देते. बीमार बच्चों में खुशी कुमारी,पल्लवी कुमारी, प्रिंस कुमार, दीपक कुमार, कोमल कुमारी, जयंत कुमार, सुमित कुमार, गोपाल ताती, रानी कुमारी, मुन्ना कुमार, रूबी कुमारी, संजू कुमारी के अलावा अन्य बच्चे भी शामिल है. जिसका इलाज जगदीशपुर के स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है. 


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