Patna:  सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि वे मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव जीतेंगे. चुनाव के नतीजे तीन दिसंबर को घोषित किये जायेंगे. विभिन्न समाचार चैनलों द्वारा दिखाए जा रहे एग्जिट पोल के अनुसार, मध्य प्रदेश में दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है, हालांकि कुछ में भाजपा को बढ़त मिलने का अनुमान जताया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 



मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'मैं शुरुआत से ही और प्रचार के दौरान भी कहता रहा हूं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्नेह और नेतृत्व, अमित शाह (केंद्रीय गृह मंत्री) की रणनीति, जेपी नड्डा (भाजपा अध्यक्ष) का नेतृत्व और पार्टी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत के साथ-साथ राज्य सरकार की योजनाओं की बदौलत भाजपा को बड़ी जीत मिलेगी.' यह कहते हुए कि केंद्र और मध्य प्रदेश में भाजपा की 'डबल इंजन सरकार' ने भारी विकास किया है, चौहान ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि उनकी पार्टी सत्ता बरकरार रखेगी. चौहान ने कहा, 'हमें हमेशा से लगता था कि हम जीतेंगे और हम जीत रहे हैं. कई बार, हमारी रैलियों में पुरुषों की तुलना में महिलाएं अधिक मौजूद रहती थीं. वहां कोई कांटे की टक्कर नहीं है. हमारी लाड़ली बहनों ने सारे कांटे हटा दिए हैं.' 


मप्र कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने कहा, 'मैंने हमेशा से कहा है कि देश एक विजन से चलता है, टेलीविजन से नहीं. कई एग्जिट पोल से पता चला है कि कांग्रेस राज्य में सरकार बना रही है, जबकि कई थोड़ा अलग दिखा रहे हैं.' नाथ ने आगे कहा, 'आपको (पार्टी कार्यकर्ताओं को) इन सब चीजों में नहीं फंसना चाहिए और मतगणना के दौरान ‘अर्जुन’ की तरह लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कांग्रेस के पक्ष में डाला गया प्रत्येक वोट पार्टी के लिए गिना जाए. इससे भारी जीत के साथ कांग्रेस सरकार का गठन सुनिश्चित होगा.' 


हालांकि, अनुभवी कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि एग्जिट पोल के पूर्वानुमान अलग-अलग होते हैं और उनके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है. राज्यसभा सांसद और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने कहा, 'लेकिन मैं दृढ़ता से कह सकता हूं कि कांग्रेस को मध्य प्रदेश में 130 से अधिक सीट मिलेंगी. लोगों में बदलाव की भावना है और उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ चुनाव लड़ा. लोग भाजपा, उसके कार्यकर्ताओं और चौहान के झूठे वादों के साथ-साथ खराब शासनतंत्र से तंग आ चुके हैं.'' दतिया सीट से चुनाव लड़ने वाले राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि भाजपा 165 से अधिक सीट जीतेगी. उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल ने राज्य से कांग्रेस के 'बाहर निकलने' का मार्ग प्रशस्त कर दिया है. 


एबीपी-सीवोटर एग्जिट पोल के अनुसार, 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा में 62 सीमांत सीटें सरकार गठन के लिए महत्वपूर्ण हो सकती हैं. राज्य के 230 विधानसभा क्षेत्रों में से 62 सीमांत सीटें हैं, जहां सत्ता समर्थक और सत्ता विरोधी कारक दो संभावनाओं को जन्म देते हैं. परिदृश्य एक में, यदि सभी सीमांत सीटें सत्ता विरोधी हो जाती हैं, तो कांग्रेस को 153 से 165 सीटें, भाजपा को 60 से 72 सीटें, बसपा को 0 से 4 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि अन्य को 0 से 5 सीटें जीतने का अनुमान है


परिदृश्य दो में, यदि सभी सीमांत सीटें सत्ताधारी पार्टी के पक्ष में जाती हैं, तो कांग्रेस को 96 से 108 सीटें, भाजपा को 117 से 129 सीटें, बसपा को 0 से 4 सीटें, जबकि अन्य को 0 से 5 सीटें जीतने का अनुमान है. एग्जिट पोल के अनुसार, समान वोट शेयर के भीतर 62 सीमांत सीटों में से, कांग्रेस को 23 सीटें जीतने की संभावना है, जबकि भाजपा को 34 सीटें जीतने का अनुमान है, इसके बाद 3 सीटें अन्य और 2 सीटें बसपा को मिलेंगी. मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान हुआ था और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी.


(इनपुट एजेंसी के साथ)