पटना : अगर आपका विवाह तय नहीं हो पा रहा है या विवाह में लगातार देरी हो रही है, तो इस नवरात्रि में मां भगवती की आराधना से आप अपने जीवन में बदलाव ला सकते हैं. मां भगवती की कृपा से आपको रिश्तों में सफलता मिल सकती है. इसके लिए आपको नवरात्रि के छठे दिन, यानी सष्टमी के दिन, मां कात्यायनी का पूजन करना चाहिए. यह उपाय विशेष रूप से विवाह में देरी के समाधान के लिए किया जाता है.


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आचार्य मदन मोहन के अनुसार सबसे पहले आप चावल को हल्दी से रंग लें. फिर सात पान के पत्ते लें और हर पत्ते पर एक-एक हल्दी की गांठ, एक सिक्का और उड़हल का एक-एक फूल रखें. इन सात पान के पत्तों को मां भगवती के मंदिर में चढ़ाएं और उनके सामने इन चढ़ाए गए चावल पर मां कात्यायनी की आराधना करें. माना जाता है कि इस उपाय से 90 दिनों के अंदर विवाह संपन्न हो जाता है. इस उपाय को जितने भी लोग विवाह के योग्य हैं, चाहे वह लड़का हो या लड़की, वे दोनों मिलकर कर सकते हैं। यह सरल उपाय शीघ्र सफलता दिला सकता है.


पूजन के दौरान आपको एक विशेष मंत्र का जाप भी करना चाहिए


'पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानु सारिणीम्।
तारिणींदुर्गसं सारसागरस्य कुलोद्भवाम्॥'


इस मंत्र का नियमित जाप करने से आपके जीवन में सकारात्मकता आएगी और विवाह में आ रही बाधाएं दूर होंगी. मां कात्यायनी की आराधना और यह उपाय नवरात्रि के दौरान अत्यंत प्रभावी माना जाता है. मां कात्यायनी को विवाह की देवी के रूप में पूजा जाता है और उनका आशीर्वाद लेने से विवाह की सभी अड़चनें समाप्त हो जाती हैं. इस उपाय को पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ करें और मां भगवती की कृपा से आपका विवाह जल्द ही संपन्न हो जाएगा.


इसके अलावा यह उपाय न केवल शादी के इच्छुक युवाओं के लिए बल्कि उनके परिवार के लिए भी सहायक है. आप अपने परिवार के किसी भी सदस्य के साथ यह पूजा कर सकते हैं और मां भगवती से प्रार्थना कर सकते हैं कि वे आपके जीवन में सुख और समृद्धि लाएं.


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