Bihar News: लोगों की आस्था के केंद्र माने जाने वाले सिमरिया गंगा घाट पर कल से कल्पवास मेला का शुभारंभ हो गया है. इस अवसर पर बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने मेला का उद्घाटन किया एवं कल्पवासियों से भी मुलाकात की. बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी आने शुरू हो गए हैं. इस बार कल्पवासियों की सुख सुविधाओं के लिए जिला प्रशासन एवं बिहार सरकार के द्वारा भी विशेष व्यवस्थाएं की गई है. जिला प्रशासन की इस व्यवस्था से कल्पवासी भी काफी खुश दिखाई दे रहे हैं. 


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मिथिलांचल का द्वार एवं मोक्षस्थली के नाम से प्रसिद्ध बेगूसराय जिला स्थित सिमरिया गंगा घाट सैकड़ो वर्षों से लोगों की आस्था का केंद्र रहा है. सिमरिया घाट के संबंध में कवी विद्यापति ने भी अपने काव्य रचनाओं में वर्णन किया है. तो वहीं शास्त्रों में भी सिमरिया घाट का विशेष व्याख्यान किया गया है. वहीं सिमरिया राष्ट्रकवि दिनकर के भी कर्मस्थली रही है. 


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गौरतलब है कि सिमरिया में सैकड़ो वर्षों से कार्तिक मास में कल्पवास की प्रथा चली आ रही है, जिसमें मिथिलांचल सहित नेपाल एवं भूटान तक के श्रद्धालु पहुंचते हैं. पिछले बार गंगा के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि की वजह से श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. खबर सामने आने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं जल संसाधन मंत्री संजय झा ने भी सिमरिया गंगा घाट पहुंचकर श्रद्धालुओं से मुलाकात की थी. उसी वक्त बिहार सरकार के द्वारा सिमरिया के उत्थान की बात कही गई थी. जिसे बिहार सरकार के द्वारा फलीभूत भी किया गया है. 


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इस बार सिमरिया तट पर कल्पवासियों के लिए अलग से कल्पवास स्थल का सुन्दरीकरण किया गया है. साथ ही साथ गंगा तट पर भी स्नान के लिए कई तरह की सुविधा उपलब्ध कराई गई हैं. जिला प्रशासन एवं सरकार की इस व्यवस्था से कल्पवासी भी खुश हैं. हालांकि केंद्र एवं राज्य सरकार दोनों में क्रेडिट लेने की होर लगी हुई है.