रांची : नूंह जिले की तावडू अपराध जांच शाखा ने बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने झारखंड से लूटे गए करीब ढाई करोड़ रुपये के मोबाइल फोन नूंह के सकारस गांव से बरामद किए हैं. हालांकि, इस दौरान सभी आरोपी भागने में कामयाब हो गए. पुलिस ने इस मामले में चार नामजद आरोपियों समेत कई अन्य के खिलाफ फिरोजपुर झिरका थाने में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.


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पुलिस को सूचना मिली थी कि इरफान, रिजवान, शहिदा और जाकिर नामक आरोपी, जो झारखंड के धनबाद से मोबाइल फोनों से भरी अमेज़न की गाड़ी लूटकर आए थे, उन्होंने इन फोन की पेटियां साकरस गांव में छिपाई हुई हैं. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इरफान के घर पर छापा मारा और 63 पेटियों में भरे 1300 मोबाइल फोन बरामद किए. इनमें रेडमी ब्रांड के अलग-अलग मॉडल शामिल थे.


इस मामले में फिरोजपुर झिरका थाना पुलिस ने चार नामजद आरोपियों और उनके अन्य साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. नूंह के डीएसपी सुरेंद्र किन्हा ने बताया कि यह घटना 30 अक्टूबर से 4 नवंबर के बीच की है. आरोपियों ने पहले झारखंड के धनबाद में गाड़ी से मोबाइल लूटे और गाड़ी को नकली सील लगाकर लावारिस हालत में छोड़ दिया. पुलिस जांच में यह भी पता चला कि घटना के बाद आरोपी मोबाइल फोन को बेचने की फिराक में थे. धनबाद पुलिस ने गुरुग्राम निवासी गाड़ी मालिक की शिकायत पर केस दर्ज किया और नूंह पुलिस से सहयोग मांगा था.


पुलिस का कहना है कि आरोपियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. सीआईए प्रभारी ने आश्वासन दिया है कि सभी आरोपी जल्द ही गिरफ्तार कर लिए जाएंगे और कानून के अनुसार कार्रवाई होगी. यह सफलता पुलिस के समन्वय और त्वरित कार्रवाई का परिणाम है. यह सफलता पुलिस के समन्वय और त्वरित कार्रवाई का परिणाम है. झारखंड और हरियाणा पुलिस के बीच बेहतर सहयोग से इतने बड़े अपराध का पर्दाफाश हो पाया है.


इनपुट- आईएएनएस


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