Bihar News : एक दूजे के हुए प्रेमी युगल, राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला कल्याण संस्थान ने किया कन्यादान
वैशाली के देशरी की नीतू और बिदुपुर के धर्मपुर का कौशल एक दूसरे से प्रेम करते थे. दोनों की प्रेम कहानी लगभग चार साल पहले शुरू हुई और तीन साल तक रिलेशन में रहने के बाद लड़की जब गर्भवती हुई.
वैशाली : किसी हिंदी फिल्म की सुपरहिट स्टोरी पर आधारित एक घटना वैशाली से भी सामने आई है. जहां दो अलग-अलग जाती के प्रेमी युगल का आखिरकार थाने में विवाह कराया गया. पुलिस और मानवाधिकार संस्था की मौजूदगी में दोनों ने एक दूसरे के साथ सात जन्म की कसमें भी खाई, लेकिन इससे पहले इन दोनों की प्रेम कहानी में भी कई क्लाइमेक्स देखने को मिला.
चार साल से चल रही थी दोनों की प्रेम कहानी
दरअसल, वैशाली के देशरी की नीतू और बिदुपुर के धर्मपुर का कौशल एक दूसरे से प्रेम करते थे. दोनों की प्रेम कहानी लगभग चार साल पहले शुरू हुई और तीन साल तक रिलेशन में रहने के बाद लड़की जब गर्भवती हुई, तो लड़के ने शादी से इंकार दिया. इस दौरान लड़के के दवाब में लड़की ने गर्भपात भी करा लिया, लेकिन लड़का फिर भी शादी के लिए तैयार नहीं हुआ. इतना ही नहीं लड़की जब लड़के के घर पहुंची तो लड़के के घर वालों ने मारपीट कर उसे भगा दिया. जिसके बाद लड़की ने राष्ट्रीय मानवाधिकार व महिला कल्याण संस्थान पटना से सम्पर्क किया. जिसके बाद संस्था ने पहल शुरू की और चांदपुरा ओपी की मदद से लड़का और लड़की के घरवालों से बात की गई.
राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला कल्याण संस्थान ने किया कन्यादान
पटना से आई संस्था की टीम ने लड़के के काउंसलिंग की जिसके बाद दोनो. पक्ष शादी के लिए तैयार हो गए फिर क्या था पुलिस वाले बाराती बन गए और थाना परिसर में ही दोनों की शादी करा दी गई. इस दौरान लड़का और लड़की पक्ष से भी लोग मौजूद रहे और सभी की मौजूदगी में प्रेमी युगल शादी के बंधन में बंध गया.