पटना: नीतीश कुमार समाधान यात्रा के क्रम में आज (बुद्धवार) को बक्सर पहुंचे. वहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महादलित बस्ती का निरीक्षण किया और गांव के लोगों और महिलाओं से बातचीत की. लोगों की समस्याओं को सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने जल-जीवन हरियाली के तहत बने तालाब का मुआयना किया. साथ ही, इस यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि समाधान यात्रा के दौरान लोगों के बीच जाने का मौका मिल रहा है और लोगों के समस्याओं का हम समाधान भी कर रहे हैं. 


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वहीं, नीतीश कुमार ने विशेष राज्य का दर्जा बिहार को मिलने की बात पर कहा कि विशेष राज्य का दर्जा अगर बिहार को मिल जाता तो बहुत अच्छा होता. बिहार में विस्तार से विकास होता.विशेष राज्य का दर्जा अगर बिहार को मिल जाता तो बिहार इतना विकसित हो जाता उसकी कल्पना नहीं की जा सकती है. मगर केंद्र सरकार इस बात को समझ ही नहीं रही है. 


साथ ही सीएम नीतीश ने यह भी कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले यह हम हमेशा से चाहते हैं मगर विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला उसके बावजूद भी बिहार का विकास बिहार अपने दम पर कर रहा है. बिहार राज्य को विशेष राज्य का दर्जा मिले यह बात केंद्र को माननी चाहिए. पहले समय में कई पिछड़े राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा दिया गया. अन्य पिछड़े राज्यों को भी विशेष राज्य का दर्जा देकर उन्हें लाभ दिया जाएगा तो पूरा देश विकसित हो जाएगा.


इसके साथ ही, नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री पर इशारों इशारों में निशाना साधते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री विकसित राज्य से आए हुए हैं इसलिए पिछड़े राज्य की बात को समझ ही नहीं पा रहे हैं. प्रधानमंत्री जिस राज्य से आए हुए हैं वह शुरू से विकसित था. गुजरात को वहां की सरकार ने विकसित नहीं किया वह अंग्रेजी शासन काल से ही विकसित था.


इन सबके साथ ही मुख्यमंत्री ने कठार में जैविक खेती का निरीक्षण किया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने शिव मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की. इसके साथ ही उन्होने मंदिर के पीछे के तालाब के काम का जायजा लिया और अधिकारियों को आदेश दिया कि जल्द से जल्द तालाब के काम को पूरा किया जाए.


वहीं, मुख्यमंत्री ने कहा कि अप्रैल में चौथा कृषि रोड मैप लागू होगा. उससे पहले बिहार के तमाम किसानों को बुलाकर उनकी राय को लेंगे. जैविक खाद को लेकर सीएम ने कहा कि इससे उपजी सब्जियां फल खाने से काफी लाभ होता है. यह अच्छी बात है कि जैविक खाद के प्रयोग फसलों पर किए जा रहे हैं.