Patna: बिहार में लॉकडाउन-4 की मियाद 8 जून की रात 12 बजे समाप्त हो रही है. जिसके चलते सरकार अब अनलॉक पर मंथन कर रही है. सोमवार को मुख्यसचिव की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन समूह की बैठक होगी, जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार बिहार में अनलॉक की घोषणा कर सकते हैं. लेकिन दूसरी तरफ विपक्ष लॉकडाउन रखने और सर्वदलीय बैठक करने की मांग कर रहा है.


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वहीं, बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में आई कमी को लेकर बिहार में लॉकडाउन हटाए जाने या बरकरार रखने पर RJD के पूर्व विधायक विजय प्रकाश ने कहा कि 'सही वक्त पर लॉकडाउन नहीं लगाया गया लेकिन लॉकडाउन के कारण संक्रमण में कमी आई है. सरकार को यह उपलब्धि नहीं जाती है, यह उपलब्धि जनता को जाती है क्योंकि जनता सचेत रही. आज जो स्थिति है उससे बचाव के लिए पहले सरकार को गांव में जांच का दायरा बढ़ाना चाहिए. सरकार जांच और मृत्यु दर में काफी गलत आंकड़े पेश कर रही है. लॉकडाउन को बढ़ाना चाहिए और लोग भूखे ना मरे इसके लिए भी सरकार को सोचना चाहिए.'


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इधर, पूर्व मंत्री और जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि 'कोविड-19 वैश्विक चुनौती है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कि लगातार सक्षम कार्यनीति और जनता के पूरे समर्थन की बदौलत हम संक्रमण दर को नियंत्रित करने में लगभग सफल रहे. स्वाभाविक रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो फैसले लेते हैं, मंत्री परिषद के सदस्य और प्रशासनिक महकमे के बड़े अधिकारियों ने उनके साथ संवाद स्थापित कर जो भी निर्णय लिए है उसके बेहतर रिजल्ट हुए हैं. आगे भी बिहार के आर्थिक सामाजिक हित का दृष्टिगत रखते हुए बिहार की जनता के हित में कोविड-19 को देखते हुए जो भी फैसला लेंगे वह बेहतर फैसला होगा.'
 
लॉकडाउन को बढ़ाने को लेकर BJP MLC नवल यादव ने कहा कि 'हमारे चाहने से लॉकडाउन खुलने वाला नहीं है,  इसके लिए आपदा प्रबंधन विभाग की टीम के सर्वे पर  सरकार चिंतन और मोयायना करेगी. उसके बाद जो उचित लगेगा सरकार करेगी. सरकार को सजगता से इस पर नजर रखने की जरूरत है. जो जनता के लिए बेहतर होगा उसे सरकार करेगी.'


कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि 'लॉकडाउन के मामले में सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए और सभी दलों से राय लेनी चाहिए. क्योंकि भले ही कोरोना का ग्राफ गिर गया हो लेकिन पिछली बार की तुलना में अभी भी कई गुना ज्यादा है. ऐसी स्थिति में कोरोना की लड़ाई हम जीत नहीं पाए हैं, करोना को हरा नहीं पाए हैं. सबसे जरूरी अपनी जान बचाना है. मुख्यमंत्री सर्वदलीय बैठक बुलाएं अपने सलाहकारों से नहीं बल्कि विशेषज्ञों और सभी दल के नेताओं के साथ बैठकर बात करें तो निर्णय निकलेगा कि लॉकडाउन रहना चाहिए या खत्म होना चाहिए.'