Palmistry: हस्तरेखा एक पौराणिक विज्ञान है जिसमें माना जाता है कि व्यक्ति की हाथों की रेखाएं उनके जीवन, स्वास्थ्य और भविष्य के बारे में जानकारी प्रदान करती हैं. इसके अनुसार विवाह रेखा यदि दो शाखाओं में बांट जाए तो दंपति के बीच वाद-विवाद की स्थितियां बन सकती हैं.


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आचार्य मदन मोहन के अनुसार बता दें कि यह सच नहीं होता क्योंकि हस्तरेखा विज्ञान वैज्ञानिक तरीके से मान्यता प्राप्त नहीं है और यह केवल मान्यताओं और परंपराओं पर आधारित है. यदि आपके दंपति के बीच वाद-विवाद हो रहा है, तो इसके पीछे विभिन्न कारण हो सकते हैं और इन्हें समझने और सुलझाने के लिए विचारशीलता, समझदारी और संवाद कौशल का उपयोग करना बेहद महत्वपूर्ण है. आपके दंपति के बीच के संबंधों को सुधारने के लिए उचित सलाह लेने और आपसी मेल-जोल को बनाए रखने के लिए आप विवादों को सुलझाने के तरीकों का पालन कर सकते हैं. हस्तरेखा विज्ञान के बजाय यह मानव रिश्तों को समझने और मजबूत करने के लिए अधिक वैज्ञानिक और साहित्यिक उपायों की आवश्यकता होती है.


साथ ही कहा कि अगर विवाह रेखा में टूटाव है या अनेक रेखाएं हैं, तो यह व्यक्ति के वैवाहिक जीवन में अड़चनें पैदा कर सकती हैं. हथेली में दिखाई देने वाली अन्य रेखाओं का भी महत्व है जैसे कि हृदय रेखा और अंगुलियों की रेखाएं. इन सभी को मिलाकर ही एक सम्पूर्ण चित्र मिलता है. विवाह रेखा की चर्चा के अलावा, हथेली की और रेखाओं का भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है. विवाह रेखा के साथ-साथ, हस्तरेखा विज्ञान विभिन्न चिन्हों और रेखाओं का भी अध्ययन करता है जो व्यक्ति के जीवन को प्रभावित कर सकते हैं. इसमें यह भी शामिल है कि किस प्रकार की रेखाएं व्यक्ति के स्वास्थ्य, धन और व्यक्तित्व पर प्रभाव डाल सकती हैं.


उन्होंने कहा कि हस्तरेखा विज्ञान का अध्ययन करना एक विशेषज्ञ की सलाह लेना और इस पर पूरा भरोसा करना चाहिए. इसका उदाहारण नहीं, सिर्फ जानकारी के रूप में होना चाहिए और किसी भी निर्णय से पहले इसे ध्यानपूर्वक विचार करना चाहिए.


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