पटना: हाल ही में सोशल मीडिया पर पप्पू यादव का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें मीडिया के सामने रोते हुए देखा जा सकता है. वीडियो के साथ यह दावा किया जा रहा है कि पप्पू यादव को लॉरेंस बिश्नोई को चुनौती देने के बाद पिटाई का सामना करना पड़ा. लोगों का कहना है कि यह घटना बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद की है, जब पप्पू यादव ने लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ बयान दिया था.


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लॉरेंस बिश्नोई धमकी देने के बाद वायरल हो रहा वीडियो
दरअसल, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को हत्या कर दी गई, जिसके बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक सदस्य ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली. इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पप्पू यादव ने कहा था कि अगर उन्हें कानून की अनुमति मिले, तो वो 24 घंटे के अंदर लॉरेंस बिश्नोई का पूरा नेटवर्क खत्म कर सकते हैं. इसी बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनके रोने का वीडियो वायरल होने लगा और लोग कहने लगे कि उन्हें बिश्नोई के गैंग ने पीट दिया.


6 सितंबर 2018 को पप्पू यादव पर मुजफ्फरपुर में हुआ था हमला
लेकिन जब इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए जांच की गई, तो पता चला कि यह वीडियो असल में 2018 का है. वीडियो में 'LIVE CITIES' नामक चैनल का लोगो नजर आ रहा था. इसी चैनल के यूट्यूब पेज पर यह वीडियो 6 सितंबर 2018 को अपलोड किया गया था. दरअसल, 6 सितंबर 2018 को पप्पू यादव पर बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के खबड़ा गांव में एक जानलेवा हमला हुआ था. वो उस समय 'नारी बचाओ पदयात्रा' में भाग लेने के लिए मधुबनी जा रहे थे. इस दौरान कुछ अज्ञात हमलावरों ने उनके काफिले पर हमला किया. साथ ही पप्पू यादव ने इस हमले के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि हमला जानलेवा था और उनके साथ गाली-गलौज की गई. अगर उनके सुरक्षाकर्मी न होते, तो उनकी जान भी जा सकती थी. बातचीत के दौरान पप्पू यादव भावुक होकर फूट-फूटकर रोने लगे थे. उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने इस हमले की जानकारी एसपी, आईजी और मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी.


2024 का नहीं बल्कि 2018 का है वायरल वीडियो 
इसके अलावा बता दें कि इस हमले के बाद पप्पू यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया था और कहा था कि प्रदेश में 'महाजंगलराज' चल रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके कार्यकर्ताओं को जाति पूछ-पूछकर पीटा गया. इस घटना से पप्पू यादव काफी आहत थे और उन्होंने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. जांच में यह स्पष्ट हुआ कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो 2024 का नहीं बल्कि 2018 का है. यह घटना मुजफ्फरपुर की है, जब पप्पू यादव पर जानलेवा हमला हुआ था. इसे हाल की घटना बताकर भ्रामक तरीके से सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है. इसलिए, यह दावा गलत है कि पप्पू यादव को लॉरेंस बिश्नोई को चुनौती देने के बाद किसी ने पीटा है.


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