अशोक राजपथ पर 300 साल पुराने मंदिर को तोड़े जाने के विरोध को कुचलने में जुटी पटना पुलिस, आई एक्शन में
आंदोलनकारियों ने बताया, पटना पुलिस ने बर्बरतापूर्ण रवैया अपनाते हुए हमारे शांतिपूर्वक आंदोलन को तितर-बितर कर दिया. हमारे नेता माता भक्त संजय सिंह को गिरफ्तार करके डीएमसीएस ले जाया गया तो कुछ मोहल्लेवासियों को भी पकड़ा गया है.
पटना के अशोक राजपथ (Ashok Rajpath) पर ब्रह्मा स्थान (Brahma Sthan) को तोड़े जाने का विरोध कर रहे लोगों पर शुक्रवार को पटना पुलिस (Patna Police) ने बल प्रयोग किया और आंदोलनकारियों के नेता संजय सिंह (Sanjay Singh) को गिरफ्तार कर लिया. संजय सिंह के साथ मोहल्ले के कुछ लोगों को भी गिरफ्तार कर थाने ले जाया गया है. आंदोलन कर रहे लोगों का आरोप है कि पुलिस ने बर्बरता दिखाते हुए हमारे तंबू को उठवा दिया और कई लोगों को पकड़कर थाने ले गई.
इससे पहले अशोक राजपथ पर 300 साल पुराने ब्रह्म स्थान को तोड़े जाने के विरोध में स्थानीय लोगों ने शुक्रवार को सड़क पर जाम लगा दिया था. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आस्था के साथ नीतीश कुमार की सरकार खिलवाड़ कर रही है. लोगों ने नीतीश सरकार के अलावा भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद, विधायक अरुण सिन्हा, और नितिन नवीन के विरोध में भी नारे लगाए. कई लोगों का तो यहां तक कहना था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सनातन विरोधी काम कर रहे हैं.
आंदोलनकारियों ने बताया, पटना पुलिस ने बर्बरतापूर्ण रवैया अपनाते हुए हमारे शांतिपूर्वक आंदोलन को तितर-बितर कर दिया. हमारे नेता माता भक्त संजय सिंह को गिरफ्तार करके डीएमसीएस ले जाया गया तो कुछ मोहल्लेवासियों को भी पकड़ा गया है. यही नहीं आंदोलन के लिए जो तंबू लगाया गया था, उसे उखाड़कर फेंक दिया गया.
दरअसल, ट्रैफिक जाम की समस्या को देखते हुए अशोक राजपथ पर डबल डेकर फ्लाईओवर का निर्माण चल रहा है. इसी फ्लाईओवर के निर्माण में 300 साल पुराना मंदिर आड़े आ रहा है, जिसके तोड़े जाने का प्रस्ताव है. इससे आक्रोशित लोग शुक्रवार को सड़कों पर उतर आए. कुछ लोगों के आमरण अनशन पर बैठने की भी बात कही जा रही है. कुछ बीजेपी नेताओं की ओर से स्थानीय लोगों को सपोर्ट किया जा रहा है.
रिपोर्ट- प्रिंस सूरज