Bihar Weather: बिहार में बढ़ रहा ठंड का प्रकोप, IMD की ओर से 5 जिलों में घने कोहरे का अलर्ट
Bihar Today`s Weather Update: पटना: बिहार में लगातार मौसम में बदलाव हो रहा है. तापमान में गिरावट आ रही है, जिससे ठंड बढ़ने लगी है. नवंबर खत्म होने को है, लेकिन अभी भी राज्य का न्यूनतम तापमान सामान्य से एक-दो डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है. मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के मौसम में अब बदलाव होने वाला है, बंगाल की खाड़ी में समुद्री हलचल हो रही है. जिससे आने वाले दिनों में एक चक्रवाती तूफान बनने की संभावना है. जिसका नाम ‘फेंगल’ रखा गया है. इस चक्रवाती तूफान का असर अन्य राज्यों के अलावा बिहार में भी देखने को मिल सकता है.
राज्य अधिकतम-न्यूनतम तापमान
बीते दिन, बुधवार को राज्य का अधिकतम तापमान अररिया और जीरादेई में 28.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है. वहीं, न्यूनतम तापमान डेहरी में 11.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है. राजधानी पटना का सबसे अधिक न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.
पटना न्यूनतम तापमान
पटना में आज न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है. वहीं, अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है. पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के अनुसार शहरी क्षेत्र में प्रदूषण और वाहन के कारण अधिक तापमान महसूस हो रहा है.
5 जिलों में घने कोहरे का अलर्ट
कई इलाकों में सुबह में धुंध के साथ कुहासा भी दिख रहा है, लेकिन जिन इलाकों में हरियाली अधिक है वहा ठंड भी अधिक महसूस हो रही है. मौसम विभाग के ओर से प्रदेश के पांच जिलों में मध्यम से घना कुहासा का अलर्ट जारी किया है. जिसमें ईस्ट चंपारण, वेस्ट चंपारण, गोपालगंज, सिवान और सारण शामिल है.
तापमान में गिरावट आने की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, बिहार में अगले दो दिनों में सर्द पछुआ हवा बहने से राज्य के तापमान में और अधिक गिरावट आने की संभावना है. जिससे ठंड बढ़ने के आसार है. अभी भी राज्य में सुबह और शाम के समय लोगों को ठंड का एहसास हो रहा है, लेकिन दिन में आसमान साफ रहता है. धूप तेज रहती है, जिससे लोगों को अधिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है.
विजिबिलिटी
इसके साथ ही राज्य के कई जिलों में सुबह और रात के समय कोहरा छाया रहता है, जिससे विजिबिलिटी कम हो जाती है. सड़क पर वाहन चालकों को बड़े ही सावधानी के साथ गाड़ी के लाइट को ऑन कर वाहनों को चलाना पड़ता है. (इनपुट - निषेद कुमार के साथ)