Heart Attack Prevention Tips: आजकल हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं. पहले यह समस्या बड़ी उम्र के लोगों में होती थी, लेकिन अब 15-20 साल के बच्चों में भी यह समस्या आ रही है. यह बीमारी अमीर-गरीब सभी को प्रभावित कर रही है. इसलिए अब हमें सोचना चाहिए कि हार्ट अटैक सिर्फ बड़े उम्र और अमीर लोगों की ही बीमारी नहीं है, यह किसी को भी हो सकती है.
डॉ. ग्लैडबिन त्यागी के अनुसार इन दिनों हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं. पहले लोग सोचते थे कि यह सिर्फ 50 साल से बड़े लोगों को हार्ट अटैक की समस्या होती है, पर अब यह समस्या 15-20 साल के बच्चों में भी देखी जा रही है.
हार्ट अटैक से मरने वाले लोगों में अमीर और गरीब सभी शामिल हैं. अब हमें सोचना चाहिए कि यह समस्या सिर्फ बड़ी उम्र और अमीर लोगों की ही नहीं है. यह बीमारी किसी को भी अपनी चपेट में ले सकती है, इसलिए हमें इस धोखे को दिमाग से निकालने का समय आ गया है.
डॉ. ग्लैडबिन त्यागी का कहना है कि जब हार्ट अटैक आता है, तो सीने में तेज दर्द होता है. यह दर्द एक्यूप्रेशर, भार या संकोच जैसा महसूस हो सकता है. यह दर्द पेट के ऊपर की ओर भी जा सकता है, कभी-कभी बायें हाथ या कंधे में भी महसूस होता है. दर्द कई बार जबड़े या दांत में भी हो सकता है.
जब किसी को हार्ट अटैक आता है, तो सबसे पहले उसे Aspirin की गोली देनी चाहिए और उसे चबाने के लिए कहना चाहिए. Aspirin खून की धमनियों में जमाव को रोकती है.
अगर आपके पास घर में sorbitrate की 5mg की टेबलेट है, तो उसे मरीज की जीभ के नीचे रखना चाहिए. लेकिन अगर मरीज होश में नहीं है, तो कुछ भी पिलाने का प्रयास नहीं करना चाहिए. अगर मरीज सांस नहीं ले रहा है और पल्स नहीं मिल रहा है, तो उस परिस्थिति में तुरंत CPR शुरू करना चाहिए.
पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. ग्लैडबिन त्यागी के अनुसार यदि सभी लोग सावधानियां बरतें तो बहुत सारे मरीजों की जान बचाई जा सकती है. इसके साथ ही सभी को CPR की ट्रेनिंग लेने की कोशिश करनी चाहिए. यह ट्रेनिंग समय पर काम आती है और हार्ट अटैक से प्रभावित लोगों की जान बचाई जा सकती है.
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