पटना: पटना मेट्रो के एलिवेटेड और भूमिगत रूट के निर्माण के साथ साथ स्टेशनों की रूप-रेखा कैसे होगी इस दिशा में भी तेजी से काम हो रहा है. बताया जा रहा है कि पटना मेट्रो के स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) लगाए जाने वाले हैं. बता दें कि यह पीएसडी पारदर्शी दरवाजे की तरह होते हैं, जो प्लेटफॉर्म और मेट्रो ट्रैक के बीच लगाए जाते हैं. मेट्रो रेल स्टेशन पर आने से पहले स्क्रीन डोर बंद रहता है और जैसे ही मेट्रो रेल प्लेटफॉर्म पर खड़ी होती है, तो ये दरवाजे अपने आप रूप से खुल जाते हैं.


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बता दें कि पटना मेट्रो की मुख्य निर्माण एजेंसी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) है. उनका कहना है कि मेट्रो स्टेशनों पर यह पीएसडी बेहतर सुरक्षा प्रणाली भी सुनिश्चित करेंगे. बताया जा रहा है कि भूमिगत मेट्रो स्टेशनों पर पूरी ऊंचाई (फर्श से 2.15 मीटर ऊपर) वाले पीएसडी लगाए जाएंगे जबकि एलिवेटेड मेट्रो स्टेशनों पर आधी ऊंचाई (फर्श से 1.5 मीटर ऊपर) वाले पीएसडी लगाए जाएंगे. पीएसडी लगाने के बाद मेट्रो स्टेशन पर होने वाले दुर्घटनाओं को रोकने और ट्रैक पर सामान गिरने से रोकने में सहायता मिलेगी. इसके अलावा मेट्रो में अधिक भीड़ होने की स्थिति में यह भीड़ नियंत्रण में भी प्रभावी साबित होगा.


पीएसडी लगाने से मिलेंगे ये फायदे


पीएसडी लगाने से प्लेटफॉर्म की चौड़ाई बढ़ जाएगी. जिससे लोगों के ट्रैक पर गिरने के खतरा या आने वाली ट्रेन से टक्कर के जोखिम के बगैर पीएसडी गेट तक खड़े हो सकते हैं.


पीएसडी सिस्टम के साथ प्लेटफॉर्म पर ट्रेन के आने की गति को बढ़ाया जा सकता है, जिससे ट्रेनों का परिचालन बढ़ेगा.


पीएसडी की मदद से भूमिगत स्टेशनों पर वातानुकूलन के प्रवाह में भी सुधार होगा. जिससे ऊर्जा की खपत में बचत होगी.


पीएसडी लगने से लोगों के ट्रेन में चढ़ने और उतरने के समय सुनिश्चित सुरक्षा मिलेगी.


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