पटनाः PM Garib Kalyan Anna Yojana: केंद्र सरकार ने कैबिनेट की बैठक के बाद एक अहम फैसला लिया है. पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है. बता दें कि कोरोना काल के दौरान साल 2020 में केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत राशन रेखा के अंदर आने वाले लोगों को 5 किलो राशन प्रति व्यक्ति मुहैया कराया जाता है. बाद में इस स्कीम में उन गरीब परिवारों को भी जोड़ा गया, जिनके पास राशनकार्ड नहीं था.


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जानें क्या है पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना
बता दें कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को मोदी सरकार ने मार्च 2020 में शुरू किया था. कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान इस स्‍कीम को शुरू करके 80 करोड़ लोगों को मुफ्त भोजन उपलब्ध कराया गया था. केंद्र सरकार ने इस योजना को कई बार बढ़ा चुकी है. इससे पहले ये योजना 31 मार्च 2022 तक और इसके बाद 30 सितंबर तक बढ़ा दिया गया था. अब एक बार फिर से PMGKAY को आगे बढ़ाने की बात सामने आई है. अगर ये फैसला हो जाता है, तो 80 करोड़ लोगों के लिए बहुत राहत की बात होगी.


इस योजना में 3.4 लाख करोड़ रुपये की आती है लागत
बता दें कि सरकार गरीब परिवारों को 1,003 लाख टन अनाज का वितरण किया जाता है जिस पर करीब 3.4 लाख करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है. साथ ही सरकार अब तक 2.60 लाख करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है. इसके अलावा आज से अलगे  तीन महीने में इस पर 80 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस योजना के अब तक पांच चरण चलाए जा चुके हैं. अब तक खाद्य मंत्रालय ने कुल 759 लाख टन खाद्यान्न राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को वितरित किया है.


एक परिवार को कितना मिलता है अनाज
बता दें कि कोरोना संक्रमण के बाद लॉकडाउन की वजह से रोजी-रोटी के लिए परेशान लोगों को सरकार ने फ्री राशन योजना शुरू की थी. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत गरीबों को प्रति व्यक्ति 5 किलो खाद्यान्न मुफ्त मिलता है. इस प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 80 करोड़ राशन कार्डधारकों को मुफ्त राशन दिया जाता है.


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