Ayushman Bharat Scheme In Bihar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'आयुष्मान भारत' योजना को बिहार के लापरवाह अधिकारी पलीता लगाने में लगे हैं. राज्य में विशेष अभियान चलाए जाने के बाद भी एक करोड़ 'आयुष्मान कार्ड' बनाने का लक्ष्य हासिल नहीं हो सका है. बता दें कि 2025 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश के सभी राशनकार्ड धारियों को इस योजना का लाभ दिलाने का आदेश दिया गया था. प्रशासनिक अधिकारियों ने सीएम नीतीश के आदेश को भी गंभीरता से नहीं लिया. बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने 18 जुलाई से 31 जुलाई तक विशेष अभियान चला कर एक करोड़ 15 लाख नया आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन 30 जुलाई तक 33 लाख ही आयुष्मान कार्ड बन सके थे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


इसके बाद विभाग ने विशेष अभियान को 7 अगस्त तक बढ़ा दिया था. हालांकि, 7 अगस्त तक भी यह लक्ष्य हासिल नहीं हुआ. 07 अगस्त तक प्रदेश में 55 लाख 49 हजार 773 आयुष्मान कार्ड ही बनाए जा सके. जानकारी के मुताबिक, अब स्वास्थ्य विभाग की ओर से छठपर्व के समय आयुष्मान कार्ड बनाने का विशेष अभियान चलाया जाएगा. कहा जा रहा है कि छठ मनाने के लिए दूसरे राज्यों में रह रहे लोग भी वापस आते हैं, इस कारण से उस समय लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. 


ये भी पढ़ें- Bihar News: नल जल योजना में गड़बड़ी हुई है, नीतीश कुमार के मंत्री ने मान लिया



बता दें कि बिहार में वर्तमान में लगभग 2.92 करोड़ लोग एबी पीएम-जेएवाई की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं. एबी पीएम-जेएवाई के आंकडों मुताबिक राज्य में एक महीने के भीतर पात्र लाभार्थियों को 3 लाख 45 हजार 785 कार्ड जारी किए गए. इस कार्ड से लाभुक परिवार को सालाना 5 लाख रुपए तक निशुल्क इलाज की सुविधा है. विशेष अभियान में 55 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए है. लक्ष्य पूरा नहीं होने के कारण आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया छठ तक सतत जारी रह सकती है. बसुधा केंद्र के माध्यम से लाभार्थी कार्ड बनवा सकते हैं.