Bihar Pollution: बिहार के कई शहरों में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिससे लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. पटना और उसके आसपास के इलाकों में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब हो गई है. आमतौर पर दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ता था, लेकिन इस बार दिवाली से पहले ही पटना समेत कई शहरों में सांस लेना मुश्किल हो गया है. वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की स्थिति बेहद खराब है, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो रही हैं.


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पटना समेत कई शहरों का AQI हुआ खराब
मौसम विभाग के अनुसार पटना का AQI 236 तक पहुंच चुका है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है. वहीं, हाजीपुर का AQI 249, कटिहार का 228 और आसनसोल का AQI 229 दर्ज किया गया है. ये आंकड़े बताते हैं कि इन शहरों की हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो चुकी है. इस स्थिति में सांस की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, खासकर बुजुर्गों और बच्चों के लिए. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार जिन शहरों का AQI 200 से ऊपर है, वहां के लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है और लंबे समय तक इस हवा में रहने से गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं.


कुछ शहरों की हवा अभी भी बेहतर
हालांकि, बिहार के कुछ शहरों में हवा की गुणवत्ता अभी भी संतोषजनक स्थिति में है. मोतिहारी का AQI 63, पूर्णिया का 60 और सासाराम का AQI 57 है, जो अच्छे स्तर पर है. लेकिन ज्यादातर शहरों में स्थिति चिंताजनक है और दिवाली के बाद हालात और भी बिगड़ सकते हैं.


मौसम का हाल
मौसम विभाग के अनुसार पटना में 21 अक्टूबर से 26 अक्टूबर के बीच मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा. 24 से 26 अक्टूबर के बीच बारिश और गरज के साथ बिजली चमकने की संभावना है. इस दौरान पटना का न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 34 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा.


AQI स्तर को समझें
AQI को चार वर्गों में बांटा जाता है. 0 से 50 तक का AQI ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 से 100 ‘संतोषजनक’, 101 से 200 ‘मध्यम’, 201 से 300 ‘खराब’, 301 से 400 ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 ‘गंभीर’ माना जाता है. पटना और कई शहरों में AQI 200 से ऊपर होने की वजह से ये ‘खराब’ श्रेणी में आ चुके हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक है.


प्रदूषण से बचाव के उपाय
प्रदूषण से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है. जब भी घर से बाहर निकलें, मास्क पहनकर ही बाहर जाएं ताकि आप प्रदूषित हवा से बच सकें. आंखों की जलन से बचने के लिए चश्मा पहनें. घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें, खासकर जब घर में छोटे बच्चे और बुजुर्ग हों. बच्चों को इनडोर गेम्स खेलने के लिए प्रेरित करें और उन्हें बाहर पार्क में खेलने के लिए न भेजें. मॉर्निंग और इवनिंग वॉक पर कुछ समय के लिए न जाएं, क्योंकि इस समय हवा में प्रदूषण ज्यादा हो सकता है, जिससे सांस की समस्या हो सकती है. इस समय बिहार में प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक है और इससे बचने के लिए हर किसी को सतर्क रहना होगा.


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