पटनाः President Election Result 2022: आज देश के लोगों को पता चल जाएगा कि देश का 15वां राष्ट्रपति कौन होगा? इस राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को मतदान हो चुके है. आज मतों की गिनती के बाद फैसला हो जाएगा कि देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा. आज जीतने वाला उम्मीदवार राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की जगह लेगा. दरअसल, राम नाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है. इसलिए 25 जुलाई को जीतने वाला उम्मीदवार राष्ट्रपति पद की शपथ लेगा.. 


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वहीं सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की ओर से द्रौपदी मुर्मू जबकि विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे हैं. द्रौपदी मुर्मू की जीत की काफी संभावना जताई जा रही है. यदि आज वह जीत हासिल कर लेती हैं, तो वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन जाएंगी. ऐसे में आपके मन में यह सवाल तो जरूर उठ रहा होगा कि राष्ट्रपति पद पर बैठने वाले उम्मीदवार को आखिर कौन शपथ दिलाता होगा? और 25 जुलाई को ही क्यों होगी शपथ? तो चलिए आज हम आपको इसके बारें में बताते है. 


चीफ जस्टिस दिलाता है शपथ 
मतगणना में जीतने वाला उम्मीदवार राष्ट्रपति पद की शपथ लेगा. भारत के राष्ट्रपति को देश के चीफ जस्टिस शपथ दिलाते हैं. यदि किसी वजह से चीफ जस्टिस शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हो सकते है तो उनकी अनुपस्थिति में सुप्रीम कोर्ट के सीनियर मोस्ट जस्टिस शपथ दिला सकते है. वहीं बता दें कि शपथ दिलाने को लेकर स्पष्ट रूप से संविधान के अनुच्छेद 60 में विस्तार से बता रखा है.  


25 जुलाई को ही क्यों शपथ
हालांकि इस बात को लेकर संविधान में कोई जिक्र नहीं किया गया है. लेकिन साल 1977 में नीलम संजीव रेड्डी निर्विरोध राष्ट्रपति चुने गए थे और 25 जुलाई को ही राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी. उसी के बाद से यह परंपरा बन गई है कि सभी राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेते हैं.


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