पटनाः Purnia-Bihta Airport: बिहार सरकार और केन्द्र सरकार के बीच नोक-झोंक जारी है. बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से बिहार सरकार केंद्र को घेर रही है. एक बार फिर से बिहार सरकार ने केंद्र को घेरा है. बिहार सरकार कैबिनेट मंत्री जो जल संसाधन और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की कुर्सी संभाल रहें हैं, उन्होंने एयर पोर्ट के बहाने घेरा है. संजय झा ने कहा है कि केंद्र सरकार के ढुलमुल रवैये की वजह से बिहार के एयरपोर्ट निर्माण में देरी हो रही है. 


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3 अक्टूबर को होगी मुलाकात
बिहटा एयर पोर्ट हो या पूर्णिया, दोनों एयर पोर्ट ठंडे बस्ते में है. उन्होंने कहा है कि सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया से 3 अक्टूबर को मिलूंगा. बिहार सरकार के प्रतिनिधि के रूप में मिलूंगा. दरभंगा airport का किराया 35 हजार किराया, बिहटा एयरपोर्ट पूर्णिया एयरपोर्ट को लेकर मिलूंगा. संजय झा ने कहा कि बिहटा एयरपोर्ट के लिए 2016 में 108 एकड़ जमीन मांगा गया जिसे बिहार सरकार वर्ष 2018 में जमीन मुहैया कराया है. पर काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है.


बीजेपी ने सीएम नीतीश को ठहराया जिम्मेदार
इसके पहले बीजेपी ने एयरपोर्ट के मामले में पिछड़ेपन के लिए सीएम नीतीश को जिम्मेदार ठहराया था. बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने कहा था कि प्रगतिशील राज्य के मापदंडों में एक महत्वपूर्ण कड़ी होता है की राज्य में कितने और किस कैटेगरी के एयरपोर्ट हैं. इस दिशा में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संकुचित सोच के चलते बिहार काफी पीछे है. उनके लचर रवैये के कारण बिहटा में बनने वाले आधुनिकतम कैट 3 स्तर का अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तथा केंद्र सरकार के उड़ान परियोजना के अंतर्गत बिहार में बनने वाले अन्य एयरपोर्ट अधूरा है.


बिहार के मुख्यमंत्री पर बड़ा आरोप लगाते हुए विवेक ठाकुर ने यह भी कहा कि जब बिहटा एयरपोर्ट और उड़ान परियोजना के परिपेक्ष्य में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने के लिए गया तो उन्होंने अचंभित होकर कहा कि कैसे बिहार में विकास होगा, हमने 10 बार से अधिक कोशिश किया मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करने का, लेकिन वे कभी फोन पर आए ही नहीं.