Raksha Bandhan 2022: भारत देश त्योहारों का देश है. यह त्योहार जहां हमारे अंदर उत्साह और सकारात्मकता लेकर आते हैं, वहीं हम सभी को हमारे हर रिश्तों और संबंधों के लिए जिम्मेदारी का अहसास भी कराते हैं. सीधे तौर पर कहें तो किसी की चेहरे पर खुशी देखकर खुश हो जाना ही त्योहार है. पर्वों और त्योहारों की इस कड़ी में सनातन परंपरा और पंचांग एक ऐसा ही मौका लेकर हमारे सामने आते हैं. इसे रक्षाबंधन कहते हैं, सामान्य भाषा में कहें तो राखी. 


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भद्रा के कारण होती है समस्या
जुलाई का महीना आते ही भारतीय बाजार खूबसूरत राखियों से सजने लगते हैं, तो मिठाइयों की दुकानों पर घेवर, बालूशाही और कलाकंद खास तौर पर दिखने लगते हैं. रक्षाबंधन के पर्व के दिन भाई की कलाई पर बहनें राखी बांधती हैं. भाई उनकी रक्षा का वचन देते हैं. शादिशुदा बहनों के घर भाई इस दिन सुहाग का सामान और मिठाइयां भी लेकर जाते हैं. राखी का त्योहार है तो वाकई बड़ा त्योहार, लेकिन अक्सर देखा जाता है कि इस पर्व पर भद्रा का साया अक्सर आकर पड़ जाता है. इससे ये दिक्कत पैदा होती है कि आखिर किस दिन और किस समय राखी का त्योहार मनाया जाए. 


इस दिन मनाया जाएगा त्योहार
पौराणिक मान्यता के आधार पर रक्षाबंधन का त्योहार सावन माह में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस दिन सावन की समाप्ति भी होती है. इस बार पूर्णिमा 11 और 12 दोनों दिन ही है. इस वजह से रक्षाबंधन कब मनाया जाएगा इसको लेकर लोगों में काफी कंफ्यूजन है. इस समस्या से दूर होने का तरीका ये है कि आप सही-सही तिथि जान लें. अगस्त में पूर्णिमा तिथि 11 तारीख को है. इस दिन सुबह 10 बजकर 38 मिनट से पूर्णिमा तिथि की शुरुआत हो रही है. अगले दिन यानी 12 अगस्त, शुक्रवार को सुबह 7 बजकर 05 मिनट पर यह तिथि समाप्त हो जाएगी. जानकारों  के अनुसार 11 अगस्त को पूर्णिमा पूरे दिन है, इसलिए 11 अगस्त को ही रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा. 


ये रहेंगे शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त- 11 अगस्त को सुबह 9 बजकर 28 मिनट से रात 9 बजकर 14 मिनट 
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12 बजकर 6 मिनट से 12 बजकर 57 मिनट तक
अमृत काल- शाम 6 बजकर 55 मिनट से रात 8 बजकर 20 मिनट तक
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 29 मिनट से 5 बजकर 17 मिनट तक


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