पटना: Ram Navami 2023: रामनवमी को लेकर पूरे बिहार के लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. वहीं रामनवमी पर निकलने वाले जुलूस को लेकर राजधानी पटना में सहित पूरे राज्य में तमाम गाइडलाइन जारी किए जा चुके है. रामनवमी जुलूस को लेकर सरकार भी काफी सख्त दिखाई दे रही है. प्रदेश के लगभग सभी जिलों में लगातार शांति समिति की बैठक भी हो रही है ताकि राज्य में विधि व्यवस्था बनी रहे. रामनवमी पर निकलने वाले झांकी के दौरान डीजे बजाने पर रोक बिहार में लगाई गई है. इससे एक तरफ अखाड़ा समिति के लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है तो वहीं दूसरी ओर बिहार में डीजे बैन को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. बीजेपी और आरजेडी की ओर से इस मामले में अलग-अलग तर्क दिए जा रहे हैं.


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बीजेपी ने सरकार पर बोला हमला


बीजेपी ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि कई राज्यों में डीजे बजाने पर रोक लगाई गई है. सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे गलत बताया है. हम लोग भी डीजे को पसंद नहीं करते हैं, लेकिन रामनवमी के मौके पर इस तरह का निर्देश जारी करना यह दिखाता है कि हम किसी एक समुदाय के लिए हितकारी हैं और कल होकर मुस्लिम समुदाय के त्योहार में अगर डीजे बजाया जाता है तो फिर हिंदू समुदाय के लोग भड़केंगे.


योगी सरकार की तरह लिया जाएगा फैसला


बीजेपी ने आगे कहा कि सिर्फ हिंदुओं के त्योहारों में ही नियम को सख्ती से क्यों अमल किया जा रहा है? ऐसी सख्ती मुस्लिम पर्व में क्यों नहीं दिखाई जाती है? यूपी में बिहार में हमारी सरकार आने पर योगी सरकार की तरह फैसले लिए जाएंगे.  वहीं आरजेडी के विधायक रामानुज प्रसाद ने कहा कि डीजे के कारण हार्ट अटैक से लेकर सड़क तक डैमेज तक की समस्या होती है. डीजे पर रोक बिलकुल सही है. किसी एक धर्म के लिए नहीं बल्कि सभी धर्मों के लिए है डीजे पर रोक लगाई गई और ये काफी पहले से है.


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