पटनाः Ravan Dahan Time and Muhurt: नवरात्रि पर्व के बाद दसवें दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर देखा जाता है. यह वह दिन है जब श्रीराम ने रावण का वध किया था. इसी दिन रामलीलाएं समाप्त होती हैं और रावण का दहन किया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को पूरे देश में दशहरा या विजयादशमी का त्योहार मनाया जाता है. इस साल दशहरा 5 अक्टूबर, बुधवार को है. दशहरे के पर्व को शस्त्रपूजा के नाम से भी जाना जाता है. दशहरा के पर्व को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं. जिसमें भगवान राम द्वारा रावण का वध और मां दुर्गा द्वारा राक्षस महिषासुर का अंत भी शामिल है.


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दशहरे के दिन बन रहे दो शुभ योग
दशहरा या विजयादशमी के दिन दो शुभ योग सुकर्मा व धृति बन रहे हैं. ज्योतिष शास्त्र में इन दोनों योगों को अति शुभ माना गया है. इस अवधि में किए गए कार्यों में सफलता हासिल होने की मान्यता है. ये शुभ योग इस दिन का महत्व और बढ़ा रहे हैं. दशहरे के दिन विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 07 मिनट पर शुरू होगा, जो कि 02 बजकर 54 मिनट पर समाप्त होगा. विजय मुहूर्त की अवधि 47 मिनट की है.


अपराह्न पूजा का समय - 01:20 PM से 03:41 PM
अवधि - 02 घण्टे 21 मिनट्स


रावण की राख को घर लाना मानते हैं शुभ
दशहरे के दिन रावण दहन किया जाता है. इस दिन रावण के पुतला का दहन करने का शुभ समय सूर्यास्त के बाद से रात 08 बजकर 30 मिनट तक रहेगा. रावण दहन हमेशा प्रदोष काल में श्रवण नक्षत्र में ही किया जाता है. रावण दहन के बाद उसकी राख को घर लाना अति शुभ माना गया है. मान्यता है कि ऐसा करने से नकारात्मकता दूर होती है. रावण दहन का विजय मुहूर्त - 02:07 पी एम से 02:54 पी एम तक है. जिसकी अवधि - 00 घण्टे 47 मिनट्स की है. अपराह्न पूजा का समय - 01:20 पी एम से 03:41 पी एम तक है. इसकी अवधि - 02 घण्टे 21 मिनट्स की है.


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