RBI Repo Rate Hike: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने फरवरी में एक बार फिर रेपो रेट में बढ़ोतरी करने फैसला किया है. आरबीआई ने मुद्रास्फीति को कम करने के लिए रेपो रेट में इजाफा किया है. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की घोषणा की है. अब रेपो रेट में 25 बेसिस प्‍वाइंट के इजाफे के बाद यह 6.50 प्रतिशत कर दिया गया है. बता दें कि पहले रेपो रेट 6.25 प्रतिशत था. 


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इस फैसले से बढ़ेगी होम लोन की ईएमआई (EMI) 
वहीं बैंक के इस फैसले से होम लोन की ईएमआई (EMI) में बढ़ोतरी हो जाएगी. बता दें कि रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद से न केवल होम लोन बल्कि कार लोन और पर्सनल लोन भी महंगा होगा. बताते चले कि मई 2022 में रेपो 4 प्रतिशत था जो अब 6.5 प्रतिशत हो गया है. जानकारी के मुताबिक केंद्रीय बैंक के गवर्नर को ये फैसला बीते तीन वर्षों के दौरान वैश्विक परिस्थितियों को देखते हुए दुनिया भर के बैंकों को ब्याज दरों में बढ़ोतरी का फैसला लेना पड़ा  है. ये फैसला महंगाई पर नियंत्रण पाने के लिए जरूरी था. रेपो रेट बढ़ने का सीधा असर बैंकों की तरफ से ग्राहकों को दिये जाने वाले लोन की ब्याज दर पर पड़ेगा    


9 महीने में बढ़ा 2.50 प्रतिशत रेपो रेट
बता दें कि बीते 9 महीने में 2.50 प्रतिशत तक रेपो रेट में बढ़ोतरी हुई है. आरबीआई रेपो रेट में मई 2022 से लेकर अब तक छह बार इजाफा कर चुकी है. कुल मिलाकर रेपो रेट में 2.50 प्रतिशत का इजाफा हो चुका है. पहली बार आरबीआई ने 4 मई 2022 को रेपो रेट में 0.4%, 8 जून 2022 को 0.5%, 5 अगस्त 2022 को 0.5%, 30 सितंबर 2022 को 0.5% और 7 दिसंबर 2022 को 0.35% की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी.


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