जन अभियान के तौर पर साधारण ढंग से मना राजद का स्थापना दिवस, पार्टी ने बताई ये वजह
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा पूरे बिहार में स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. राष्ट्रीय अध्यक्ष के बीमार होने के कारण सामान्य रूप से स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. इसे एक जन अभियान के तहत मनाया जा रहा है और सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है.
पटनाः RJD Foundation Day: राजद का स्थापना दिवस मंगलवार को बेहद ही साधारण ढंग से मनाया गया. पार्टी के मुखिया लालू यादव के अस्वस्थ रहने के कारण पार्टी ने इसे साधारण तौर पर मनाया. इस मौके पर राजद कार्यालय पर ध्वजा फहराई गई. इस दौरान देश अध्यक्ष समेत कई बड़े नेता भी शामिल हुए. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा पूरे बिहार में स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. राष्ट्रीय अध्यक्ष के बीमार होने के कारण सामान्य रूप से स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. इसे एक जन अभियान के तहत मनाया जा रहा है और सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है.
स्थिति में सुधार होने पर दिल्ली ले जाए जाएंगे लालू
उन्होंने कहा कि बीते साल राजद की स्थापना की रजत जयंती थी, आज राजद परिवार स्वर्ण युग में प्रवेश कर रहा है. बिहार को भी एक बेहतर बिहार बनाने की जरूरत है. जो 17 सालों से परेशान हैं. 20 सालों के बाद शायद बिहार में बदलाव हो. लालू यादव के स्वास्थ्य को लेकर जगदानंद सिंह ने कहा कब तक स्वस्थ होंगे यह सारी चीजें डॉक्टर बताएंगे. स्थिति में कुछ सुधार होगा तो जहां से उनकी लगातार दवाई होती रही है, वहां ले जाया जाएगा अभी उनको लिवर ट्रांसप्लांट के लिए जाना भी था. संयोग था कि उनका पैर स्लिप कर गया और दवा के रिएक्शन से उनकी तबीयत खराब हुई. बिहार के सभी वर्ग की जनता की शुभकामना है लालू यादव के प्रति लालू यादव की स्थिति में सुधार होगा तो दिल्ली जाएंगे.
द्रौपदी मुर्मू पर ये बोले जगदानंद सिंह
द्रौपदी मुर्मू को क्या आरजेडी समर्थन करेगी पर जगदानंद सिंह ने कहा घनघोर अहंकारी विनाशकारी लोगों से हमारी लड़ाई है दो विचारधारा की लड़ाई है या व्यक्तियों की लड़ाई नहीं है राष्ट्रपति राष्ट्र का प्रतीक होता है जहां आज राष्ट्र संकट में पड़ा हुआ है उनके पीछे खड़े लोगों के द्वारा यह राष्ट्र नहीं बचाया जा सकता है यह राष्ट्र में समस्या पैदा करने वाले लोग हैं लास्ट में गंभीर समस्या पैदा हो चुकी है इसलिए कोई जाति और धर्म के आधार पर नहीं बल्कि उन वादियों पर नियंत्रित करने के लिए एक अच्छी सरकार को संचालित कराने में जो हमारे संविधान का दायित्व है राष्ट्रपति जनता का सीधे तौर पर प्रतीक होता है वर्तमान सरकार ने सारे प्रतीकों को नष्ट कर दिया है इसलिए प्रश्न या नहीं है कि व्यक्ति का नहीं व्यक्ति के रूप में हम किसी को भी पसंद कर ले लेकिन हमको उस विचारधारा का मजबूर नहीं हैं
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