पटनाः Sawan is Comming:14 जुलाई से पवित्र सावन का पावन महीना शुरू हो रहा है. इसको लेकर शिव भक्तों में खासा उत्साह है. दरअसल पिछले 2 साल से कोरोना की वजह से सावन के पावन महीने में शिव भक्त भगवान शिव की तो पूजा आराधना करते थे लेकिन कांवर लेकर बाबा धाम नहीं जाने की कसक रह जाती थी. 2 साल बाद एक बार फिर बाबा धाम की ओर कांवरियों का जत्था जा रहा है. कांवर ले जाने की होड़ भक्तों में ऐसी होती है कि दशकों से कई भक्त बिना किसी साल को गवाएं बाबा धाम कांवर लेकर जाते रहे हैं लेकिन साल 2020 और 2021 में जब कोरोना वायरस फैला तो चाहकर भी शिव भक्त कांवर लेकर बाबा धाम नहीं जा सके थे. इस बार स्थितियां सामान्य हैं लिहाजा भक्तों में एक बार फिर से कांवर लेकर बाबा धाम जाने का जुनून जाग गया है. जिसको लेकर उन्होंने अब अभी से ही तैयारी शुरू कर दी है


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कांवर सजाने में जुटे शिवभक्त
सावन का समय नजदीक आने के साथ ही शिवभक्त अपनी-अपनी कांवर सजाने में भी जुट गए हैं. लिहाजा पटना के कई पुराने दुकानों पर कांवरियों की भीड़ अभी सही उमड़ने लगी है जो ना सिर्फ पटना बल्कि दूर-दराज के इलाके से अपने कांवर को सजाने के लिए पहुंचते हैं. इस पर सैकड़ों नहीं बल्कि हजारों रुपए खर्च करने से भी परहेज नहीं करते. स्थितियां सामान्य हुई हैं तो एक बार फिर से दुकानों पर भीड़ बढ़ने लगी है. ₹400 से शुरू होकर कांवर की कीमत 35 से 45000 तक पहुंच रही है. जिसे शिवभक्त बड़े ही मनोयोग से तैयार करवा रहे हैं, हालांकि दुकानदारों का कहना है कि भले ही कोरोनावायरस अभी कम है, लेकिन उसकी मंदी की मार अभी दुकानदारी को झेलनी पड़ रही है.


गेरुआ वस्त्रों की भी हो रही है खरीदारी
बाबा धाम गेरुआ वस्त्र पहन कर ही जाया जाता है. गेरुआ वस्त्र का अपना महत्व होता है, लिहाजा गेरुआ वस्त्रों की भी खरीदारी शुरू हो चुकी है. दुकानदारों का कहना है कि हालांकि इस बार कपड़ों की कीमत में थोड़ा इजाफा हुआ है, लेकिन दुकानदारी अच्छी हो रही है. वहीं ट्रैवल एजेंट का कहना है कि ट्रेनों में सारी सीटें फुल चल रही हैं और अभी से ही बाबा के भक्तों ने ट्रेनों में टिकट बुक करा लिया है, बल्कि कई ऐसे ट्रेनें हैं जहां पर लोगों को टिकट मिलने की गुंजाइश है. इसके अलावा कई लोग बसों को रिजर्व करने के साथ-साथ अपनी गाड़ी से भी बाबा धाम जाने का प्लान बनाया है.


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