रिसर्च, इनोवेशन के लिए अमेरिका जा सकेंगे पटना विश्वविद्यालय के छात्र, हुआ समझौता
पटना विश्वविद्यालय ने शनिवार को अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी के साथ समझौता किया है. सैम ह्यूस्टन स्टेट यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग टेक्नॉलॉजी के साथ आज ये समझौता हुआ है.
पटना : पटना विश्वविद्यालय ने शनिवार को अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी के साथ समझौता किया है. सैम ह्यूस्टन स्टेट यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग टेक्नॉलॉजी के साथ आज ये समझौता हुआ है. ये यूनिवर्सिटी अमेरिका के टेक्सास में है.
समझौते का मकसद पटना विश्वविद्यालय में रिसर्च का माहौल बनाना
दरअसल, इस समझौते का मकसद पटना विश्वविद्यालय में रिसर्च का माहौल बनाना है. पटना सिहत बिहार के दूसरे विश्वविद्यालयों में रिसर्च, इनोवेशन की भारी कमी है लिहाजा अब इस तरह का समझौता किया गया है. आज विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मधुसूदन चौधरी और पीयू के कुलपति प्रोफेसर गिरिश कुमार चौधरी समझौते के दौरान मौजूद रहे. इस रिसर्च का लाभ ये भी मिलेगा कि यहां के छात्र रिसर्च के लिए अमेरिका जा सकेंगे.
बता दें कि पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी की उपस्थिति में पटना विश्वविद्यालय और सैम ह्यूस्टन स्टेट यूनिवर्सिटी, टेक्सास यूएसए ने हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (एमओयू) का आदान-प्रदान किया.
वर्तमान समझौता ज्ञापन के उद्देश्य ये हैं:
शिक्षकों, विद्वानों और प्रशासकों का दौरा और अनौपचारिक आदान-प्रदान
स्नातकोत्तर शिक्षा और प्रशिक्षण में सहयोग करने के तरीकों का पता लगाएं
परस्पर हित के विषयों पर संयुक्त सम्मेलन, संगोष्ठी या अन्य वैज्ञानिक बैठकें आयोजित करना
शैक्षणिक वर्ष या गर्मियों की शर्तों के दौरान स्नातक, स्नातकोत्तर छात्र और पेशेवर छात्रों के आदान-प्रदान के लिए रास्ते तलाशें
संयुक्त अनुसंधान कार्यक्रम और सहयोग विकसित करने की संभावनाओं का पता लगाएं
बता दें कि पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी हमेशा पटना विश्वविद्यालय को शिक्षण और अनुसंधान के लिए एक उत्कृष्ट केंद्र के रूप में विकसित करने का प्रयास करते हैं.
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