जमुई : जमुई जिले के बरहट थाना क्षेत्र के भंदरा गांव में दो संदिग्ध युवकों को घूमते देख ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी. ग्रामीणों ने डायल 112 पर कॉल किया, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया. जब उनसे पूछताछ की गई, तो एक युवक ने अपना नाम श्रवण कुमार बताया, जो उत्तर प्रदेश के लखनऊ में पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है. श्रवण कुमार किसी केस के सिलसिले में जमुई आया था और एक आरोपी की तलाश में था.


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लखनऊ में पुलिस में सब-इंस्पेक्टर श्रवण कुमार ने बताया कि लखनऊ की एक युवती को जमुई का एक युवक बहला-फुसलाकर अपने साथ ले आया है और उसी मामले की जांच के लिए वह यहां पहुंचा था. श्रवण कुमार आरोपी के घर की पहचान करने की कोशिश कर रहा था, ताकि जमुई पुलिस के सहयोग से आरोपी और युवती को बरामद किया जा सके. लेकिन इससे पहले ही ग्रामीणों ने उसे और उसके साथी को संदिग्ध मानते हुए पकड़ लिया. ग्रामीणों का कहना था कि दोनों युवक सुबह से गांव में घूम रहे थे और संदिग्ध हरकत कर रहे थे. जब उनसे पूछताछ की गई, तो उन्होंने खुद को यूपी पुलिस के अधिकारी बताया और गांव के दो व्यक्तियों शंभू दास और भोला दास के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की. युवकों ने बताया कि ये लोग उस लड़की को छिपा रहे हैं, जिसे लखनऊ से भगाया गया था.


बता दें कि ग्रामीणों को शक हुआ कि ये युवक फर्जी पुलिसकर्मी हैं, क्योंकि एक दिन पहले ही सिकंदरा चौक से एक फर्जी आईपीएस अधिकारी की गिरफ्तारी हुई थी. इसी संदेह के आधार पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी. जब बरहट थाने के थानाध्यक्ष कुमार संजीव को इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई की. पुलिस ने दोनों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें श्रवण कुमार ने साबित किया कि वह यूपी पुलिस का सब-इंस्पेक्टर है और जांच के सिलसिले में जमुई आया था. साथ ही ग्रामीणों की सतर्कता के कारण पुलिस तुरंत हरकत में आई और स्थिति स्पष्ट की गई. मामले की जांच जारी है और आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है.


इनपुट- अभिषेक निराला


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