नोएडा:  सुरक्षित व्यवस्था के साथ नोएडा में स्थित भ्रष्टाचार की 32 मंजिला इमारत एक बटन दबते ही जमींदोज हो गई. इस इमारत के आसपास की सभी बिल्डिंगें पूरी तरह से सुरक्षित हैं. सुपरटेक का ट्विन टावर एक बटन दबाने के साथ ही ध्वस्त हो गया.  कुतुबमीनार से सात-आठ मीटर ऊंची ट्विन टावर देखते ही देखते मात्र 9 सेकेंड में ही मलबे के ढेर में बदल गई. इसी के साथ सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार करते हुए प्रशासन ने सुपरटेक ट्विन टावर्स को ध्वस्त कर इतिहास में दर्ज कर दिया.


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37,00 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक का इस्तेमाल 
बता दें कि दिल्ली के कुतुब मीनार से भी ऊंची इन इमारतों को गिराने के लिए 37,00 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था. एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी परिसर के बीच इस निर्माण को उच्चतम न्यायालय ने  नियमों का उल्लंघन बताया था, जिसके बाद इन्हें ध्वस्त करने का काम किया गया. धवस्तीकरण की इस कार्रवाई के दौरान सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो, इसके लिए प्रशासन की तरफ से खासी तैयारी की गई थी.


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मास्क लगाने का निर्देश जारी 
विस्फोट के बाद उठे भारी धुएं के गुबारे से पूरे इलाके में दिन में ही अंधेरा छा गया है. बताया जा रहा है कि सुपरटेक के ट्विन टावर्स ध्वस्त होने के बाद अगले तीन से चार दिनों तक लोगों को धूल से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.  इससे बचने के लिए बच्चों और बुजुर्गो को मास्क लगाने का निर्देश जारी किया गया है.  अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने सुपरटेक ट्विन टावर्स विध्वंस पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा सख्त कार्रवाई में  इन अवैध ट्विन टावरों को ध्वस्त करने का आदेश दिया गया था. इसके बाद लोगों को ये संदेश मिलेगी कि राज्य में अवैध काम को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.