Patna: बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले आई तेजी को लेकर भाजपा सांसद सुशील मोदी ने राजद व कांग्रेस के नेताओं को जिम्मेदार बताया है. सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि आपदा में राजनीति का अवसर खोजने वाले कांग्रेस-राजद जैसे विपक्षी दल भारतीय कोरोना वैक्सीन की गुणवत्ता पर लगातार सवाल उठाते रहे. 


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उन्होंने कहा कि इन दोनों दलों के नेता स्वदेशी टीका का मजाक उड़ाने में लगे रहे, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण की गति तेज नहीं हो पाई. पूर्व उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई इसे भाजपा का टीका कह रहा था, तो कोई प्रधानमंत्री को पहले को वैक्सीन लगवाने की चुनौती दे रहा था.


लालू प्रसाद और राबड़ी देवी ने कोरोना टीका क्यों नहीं लिया?
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अनेक अति विशिष्ट लोगों ने टीके लगवा कर जनता में विश्वास पैदा किया है. इसके बाद सुशील मोदी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वैक्सीन को लेकर सरकार पर सवाल उठाने से पहले उन्हें बताना चाहिए कि लालू प्रसाद और राबड़ी देवी ने अभी तक कोरोना का टीका क्यों नहीं लिया?


राजद के कितने विधायकों ने वैक्सीन लगवाई?
इसके साथ ही सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव पर पलटवार करते हुए यह भी कहा कि वह ये भी बताएं कि राजद के कितने विधायकों ने वैक्सीन लगवाई? पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि राजद के लोग बताएं कि क्या वे लोग ग्रामीणों-गरीबों को टीकाकरण से दूर रख कर उनकी जिंदगी को खतरे में डालना चाहते हैं? उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कोरोना काल में केंद्र सरकार की उपलब्धि बताने की कोशिश की है. 


नरेंद्र मोदी सरकार ने सबसे तेज मुफ्त टीकाकरण कराया
सुशील मोदी ने कहा कि भारत सरकार ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सबसे पहले देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया, दो वैक्सीन साल भर के भीतर तैयार कराई और आज डीआरडीओ ने तीसरी दवा 2-जीडी भी लांच की. भाजपा के राज्यसभा सांसद मोदी के अनुसार, केंद्र और राज्य सरकारों ने 114 दिनों में 17 करोड़ कोरोना टीका लगाकर सबसे तेज मुफ्त टीकाकरण भी कराया.


ममता बनर्जी का CBI दफ्तर पहुंच धमकाना संघीय ढांचे पर हमला
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने नारदा स्टिंग केस पर कहा कि पश्चिम बंगाल के दो मंत्रियों सहित 4 नेताओं की गिरफ्तारी के बाद उनके बचाव में टीएमसी का प्रदर्शन और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का सीबीआई के दफ्तर पहुंच कर धमकाना देश के संघीय ढांचे पर हमला है.


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मुख्यमंत्री का गुंडे की तरह व्यवहार करना दुर्भाग्यपूर्ण
उन्होंने कहा कि जनादेश का मतलब यह नहीं कि सत्तारूढ़ दल को हर प्रकार के अपराधियों के बचाने का लाइसेंस मिल गया. लालू प्रसाद और जयललिता भी कानून से ऊपर नहीं थे, इसलिए इन्हें जेल जाना पड़ा. ऐसे में चुनावी सफलता के अहंकार में एक मुख्यमंत्री का गुंडे की तरह व्यवहार करना दुर्भाग्यपूर्ण है.