पटना:Tejashwi yadav: बिहार में मौसम के बदलने के साथ ही सियासी पारा भी चढ़ने लगा है. एक उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू से अलग होकर अपनी पार्टी का गठन किया है तो दूसरी तरफ जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने 2025 में तेजस्वी को नेतृत्व सौंपने को लेकर कहा कि 2025 की बात तभी देखेंगे. उनके इस बयान के बाद से ही बिहार की सियासत में उठापटक शुरू हो गई है. चर्चा तो ये भी है कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को ललन सिंह का बयान रास नहीं आया है. तेजस्वी उनके बयान से इतने नाराज हो गए हैं कि उन्होंने सीएम के कार्यक्रम से भी दूरी बना ली.


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ललन सिंह के बयान से तेजस्वी हुए नाराज


दरअसल, पटना में आयोजित किसान समागम में तेजस्वी यादव लगभग डेढ़ तक नहीं गए. सीएम नीतीश कुमार के बगल में उनके नाम की लगी उनकी खाली रही. जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार को उन्हें बुलाने के लिए मैसेज करना पड़ा. तब जाकर कार्यक्रम शुरू होने के लगभग डेढ़ घंटे बाद तेजस्वी उस वहां पहुंचे.  हालांकि इसके बाद लगभग 4 घंटे तक वो इस कार्यक्रम में रुके रहे. इस दौरान उन्होंने सीएम समेत वहां मौजूद सभी नेताओं से बातचीत भी की, लेकिन कार्यक्रम खत्म होने के बाद वो मीडिया के सवालों से बचते दिखे.


गलत तरीके से पेश किया गया बयान


बता दें कि ललन सिंह ने सोमवार को जदयू ऑफिस में कहा था कि 2025 की बात 2025 में देखेंगे. अभी जदयू के नेता नीतीश कुमार हैं, पार्टी का नेतृत्व वही करेंगे. जबकि सीएम नीतीश कुमार ने इस बात की घोषणा दिसंबर में ही कर दी थी कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में 2025 का चुनाव लड़ा जाएगा. जिसके बाद ललन सिंह ने मंगलवार को अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान और उनके बयान में किसी प्रकार का कोई विरोधाभास नहीं है.


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