वैशाली : बिहार के वैशाली जिले में इन दिनों अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. हाल ही में एक आभूषण व्यवसायी के यहां हुई लूट के माल को खपाने के लिए अपराधियों ने एक ऐसा नायाब तरीका निकाला जिसे सुनकर आपको अपने कानों पर भरोसा नहीं होगा. इस पूरे वारदात के मास्टमाइंड को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उससे जो जानकारी मिली उसे सुनकर कोई भी हैरान हो जाएगा. 


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लूट का माल खपाने के लिए खोल ली आभूषण की दुकान
दरअसल वैशाली पुलिस ने महुआ में हुए आदित्य ज्वेलर्स लूट मामले के मास्टरमाइंड चंदन सुनार को गिरफ्तार करने के बाद एक अजीबोगरीब खुलासा किया है. बताया जा रहा है कि इसमें लूट के बाद जिस व्यक्ति को सोना बेचा गया था. उसने उस सोने और चांदी को खपाने के लिए स्वर्ण आभूषण की दुकान ही खोल ली ताकि उसे बेचने के लिए किसी दुकानदार की जरूरत ना पड़े. 


इस मामले में अब तक 14 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
यह खुलासा तब हुआ जब समस्तीपुर के रहने वाले अरुण को हथियार और लूट के सोने के साथ गिरफ्तार किया गया. घटना इसी वर्ष के दो जून की है और स्वर्ण दुकान 27 जुलाई को खोला गया, वह भी सिर्फ इसलिए ताकि लूट का सारा माल खपाया जा सके. इस पूरे मामले में अब तक कुल 14 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. जिसमें 11 लोगों की गिरफ्तारी पूर्व में की गई थी और बाद में 3 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. जिसमें मुख्य आरोपी या इस गिरोह का सरगना चंदन सुनार भी गिरफ्तार हो गया. इन सभी के पास से 273 ग्राम सोना और लगभग 27 किलो चांदी के आभूषण के अलावा तीन देसी कट्टा भी बरामद किया गया है. 


लूट का मास्टमाइंड बिहार के मोस्टवांटेड क्रिमिनल में से एक
वैशाली एसपी मनीष ने बताया कि चंदन कुमार पूरे लूट कांड का मास्टरमाइंड था. वह वैशाली और बिहार के लिए मोस्टवांटेड क्रिमिनल में से एक था जिसकी गिरफ्तारी से पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. वह पहले भी कई लूटकांडों में वांछित था. वैशाली ही नहीं अलग-अलग जिलों में भी इसकी तलाश पुलिस को थी. काफी मशक्कत के बाद वैशाली पुलिस और एसटीएफ के संयुक्त कार्रवाई में इसकी गिरफ्तारी हुई है. 


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