पटनाः Bihar Politics: बिहार की सियासत में घमासान मचा हुआ है. जेडीयू से नाता तोड़ और अपनी पार्टी बना चुके उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने बीते दिन मंगलवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (BJP Sanjay Jaiswal) से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे बातचीत हुई. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने इस मुलाकात को शिष्टाचार की मुलाकात बताई है. वहीं इस मामले पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बीजेपी से उनके तालमेल को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है. हालांकि समय आने पर किसी पार्टी से गठबंधन करेंगे. 
  
मुलाकात पर बोले संजय जायसवाल
उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात के बाद संजय जायसवाल ने कहा कि मैं उन्हें धन्यवाद देने आया था. यह शिष्टाचार मुलाकात है. कुशवाहा ने अपनी नैतिकता के आधार पर बिहार विधान परिषद से इस्तीफा दिया है. वह इस्तीफा नहीं दे सकते थे, क्योंकि यह राज्यपाल कोटे से एमएलसी बने थे, लेकिन उन्होंने नैतिकता निभाई. ऐसी ही नैतिकता नीतीश कुमार को भी निभानी चाहिए थी, नीतीश कुमार ने जिस तरह से अपना गठबंधन बदला है. उन्हें फिर से चुनाव कराना चाहिए था. लेकिन ऐसा नीतीश कुमार ने नहीं किया. कुशवाहा को धन्यवाद इसलिए देने आए हैं कि जो लोग भी 90 के दशक से लेकर अब तक के लालू यादव के आतंकवाद से लड़ रहे थे, वह उनके साथ नहीं रह सकते हैं. इसके लिए उन्हें धन्यवाद.


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'कुशवाहा से कोई मतलब नहीं है'
वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बड़ा बयान दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजधानी पटना में कहा कि कुशवाहा से कोई मतलब नहीं है. ऐसा ही करना था, तो फिर यहां आए क्यों थे? पहले भी आए थे और चले गए थे. पार्टी के लोग बोलते थे, लेकिन मैं ही रोकता था. पार्टी नेताओं को कहता था कि उपेंद्र आए हैं तो पार्टी के लिए काम करेंगे. अब क्या कर रहे हैं? यह सभी के सामने है. उनसे ऐसी उम्मीद नहीं थी.


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