Patna: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक प्रमुख राजनीतिक सहयोगी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान भाजपा के कई वर्तमान एवं पूर्व नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की ओर आकृष्ट किया. 


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अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने साधा निशाना


जनता दल यूनाईटड (जदयू) के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मोदी के उस आरोप को खारिज करने के लिए ‘भ्रष्ट जन पार्टी’ शब्दावली दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा की विपक्षी पार्टियां ‘भ्रष्ट (नेताओं) को बचाने’’ के लिए एकजुट हुई हैं. 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रहे कुशवाहा ने कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा , नारायण राणे, भाजप से फिर तृणमूल कांग्रेस में लौट गये मुकुल राय, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा आदि के नाम लिये. 


उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मुकुल राय शारदा चिटफंड घोटाले में आरोपी रहे, येदियुरप्पा के विरुद्ध भ्रष्टाचार के आरोप लगे, नारायण राणे का नाम आदर्श हाउसिंग सोसायटी घोटाले में आया और असम में पीडब्ल्यूडी घोटाले में शर्मा के खिलाफ भाजपा ने ही आरोप लगाये थे. 


ललन सिंह ने भी बोला था हमला 


इससे पहले JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं बल्कि उन्हें चुनौती देने वाले विपक्ष के नेताओं के खिलाफ लड़ रहे हैं.  उन्होंने कहा, "पीएम नरेंद्र मोदी उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं जो उन पर आपत्ति कर रहे हैं. वह उनके खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों को भेजते हैं और उन्हें फंसाने की कोशिश करते हैं. जो लोग भाजपा में शामिल हो गए हैं, वे साफ-सुथरे हो जाते हैं जैसे उन्होंने वाशिंग मशीन में स्नान किया हो."


(इनपुट: भाषा)