Dhanteras 2024 Date: धनतेरस दिवाली के त्योहार की शुरुआत का प्रतीक है. इस दिन लोग देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा करते हैं और समृद्धि और धन की प्रार्थना करते हैं. भक्त इस दिन नए सोने के सिक्के, सोने की छड़ें या सोने के आभूषण खरीदते हैं. वर्ष 2024 में धनतेरस 29 अक्टूबर मंगलवार को मनाया जाएगा.


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आचार्य मदन मोहन के अनुसार धनतेरस के दिन पूजा करने का सही समय बहुत महत्वपूर्ण होता है. द्रिक पंचांग के अनुसार धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7:04 बजे से रात 8:27 बजे तक होगा. इस समय के दौरान भक्त अपनी पूजा कर सकते हैं. इस पूजा का कुल समय लगभग 1 घंटा 23 मिनट रहेगा.


धनतेरस 2024 के लिए मुख्य समय इस प्रकार हैं.
प्रदोष काल: शाम 6:01 बजे से रात 8:27 बजे तक
वृषभ काल: शाम 7:04 बजे से रात 9:08 बजे तक
त्रयोदशी तिथि प्रारंभ: 29 अक्टूबर, 2024 को सुबह 10:31 बजे
त्रयोदशी तिथि समाप्त: 30 अक्टूबर, 2024 को दोपहर 1:15 बजे


आचार्य के अनुसार धनतेरस पर पूजा की विधि भी महत्वपूर्ण होती है. इस दिन धन्वंतरि देव के साथ मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की मूर्ति या तस्वीर की स्थापना करें. फिर कुबेर देव और धन्वंतरि देव की पूजा करें. इसके बाद घी का दीपक जलाएं और संध्या के समय घर के द्वार पर भी दीपक लगाएं. धनतेरस के दिन धन्वंतरि देव को पीली मिठाई का भोग अर्पित करना शुभ माना जाता है.


धन्वंतरि पूजा का शुभ समय भी निर्धारित किया गया है. द्रिक पंचांग के अनुसार इस वर्ष धन्वंतरि पूजा का शुभ समय प्रातः 06:31 बजे से 08:44 बजे तक होगा. इसके अलावा, धनतेरस पूजा का समय शाम 06:31 बजे से 08:12 बजे तक रहेगा, जिसमें कुल समय 01 घंटा 41 मिनट होगा. इस तरह, धनतेरस का त्योहार न केवल धन और समृद्धि की प्रार्थना करने का एक अवसर है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण पूजा विधि के माध्यम से अपने परिवार के कल्याण की कामना करने का भी मौका है.


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