Sarva Pitru Amavasya 2024: सर्व पितृ अमावस्या इस साल 2 अक्टूबर दिन बुधवार को मनाई जाएगी. यह दिन अश्विन महीने की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है, जब सभी पितरों के लिए तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान किया जाता है. आचार्य मदन मोहन के अनुसार इस दिन उन पितरों का भी श्राद्ध किया जाता है जिनकी मृत्यु की तिथि ज्ञात नहीं होती है.


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आचार्य मदन मोहन के अनुसार इस वर्ष अमावस्या की तिथि 1 अक्टूबर को रात 9:39 बजे से शुरू होगी और 2 अक्टूबर को रात 12:18 बजे तक चलेगी. इस दिन तीन शुभ योग बन रहे हैं. ब्रह्म योग सुबह से शुरू होकर 3 अक्टूबर की सुबह 3:22 बजे तक रहेगा. इसके बाद इंद्र योग लगेगा. साथ ही, सर्वार्थ सिद्धि योग भी 2 अक्टूबर को दोपहर 12:23 बजे से शुरू होगा और 3 अक्टूबर की सुबह 6:15 बजे तक रहेगा.


सर्व पितृ अमावस्या के दिन कुछ खास मुहूर्त भी हैं


  • लाभ-उन्नति मुहूर्त: 6:15 AM से 7:44 AM

  • अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त: 7:44 AM से 9:12 AM

  • शुभ-उत्तम मुहूर्त: 10:41 AM से 12:10 PM

  • चर-सामान्य मुहूर्त: 3:08 PM से 4:37 PM

  • लाभ-उन्नति मुहूर्त: 4:37 PM से 6:06 PM


आचार्य मदन मोहन के अनुसार इस दिन अपने पितरों के लिए श्राद्ध, पिंडदान और दान का कार्य 11:00 AM से 3:30 PM के बीच किया जा सकता है. आमतौर पर, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने के बाद तर्पण और दान करना बहुत शुभ माना जाता है. साथ ही सर्व पितृ अमावस्या का महत्व बहुत है. इस दिन स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. पितरों के लिए श्राद्ध और तर्पण करने से उनका आशीर्वाद मिलता है, जिससे परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है. यह दिन पितरों को याद करने और उनके प्रति श्रद्धा अर्पित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है.


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