Who is Bindeshwar Pathak: सुलभ इंटरनेशनल (Sulabh International) के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक का मंगलवार (15 अगस्त, 2023) को 80 साल की उम्र में निधन (Sulabh founder Bindeshwar Pathak passes away) हो गया. उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली. वैशाली जिले के रामपुर बाघेल गांव में जन्मे पाठक ने 1964 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से समाजशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी. बिंदेश्वर पाठक (Bindeshwar Pathak) ने साल 1980 में अपनी मास्टर डिग्री और 1985 में पटना विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की थी. 


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कौन हैं बिंदेश्वर पाठक, जानें


बिंदेश्वर पाठक (Who is Bindeshwar Pathak) ने देश की स्वच्छता समस्याओं को हल करने के उद्देश्य से 1970 में सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस की स्थापना (Sulabh International) की. सुलभ ने अपनी साइट पर लिखा है कि 1991 में बिंदेश्वर पाठक (Who is Bindeshwar Pathak) को हाथ से मैला ढोने वालों की मुक्ति और पुनर्वास के लिए उनके काम के लिए और साथ ही पोर-फ्लश टॉयलेट तकनीक प्रदान करके पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था.


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भारत ही नहीं विदेशों तक पहुंचा सुलभ 


बिंदेश्वर पाठक (Who is Bindeshwar Pathak) ने साल 1970 में बिहार सरकार (Bihar Government) के तत्कालीन मंत्री रहे शत्रुहन शरण सिंह के सुझाव पर सुलभ शौचालय संस्थान (Sulabh International) की स्थापना की थी. बिहार से यह अभियान (Sulabh International) शुरू होकर बंगाल तक पहुंच गया. इतना ही नहीं ये अभियान साल 1980 आते आते सुलभ भारत (Sulabh India) ही नहीं विदेशों तक पहुंच गया. साल 1980 में इस संस्था का नाम सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस आर्गनाइजेशन (Sulabh International) हो गया.