Hindi Diwas 2022: आखिर क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस, जानें इसके पीछे का इतिहास
हिंदी के महान साहित्यकार व्यौहार राजेंद्र सिंह के जन्मदिन के रूप में हिंदी दिवस को 14 सितंबर के दिन मनाया जाता है. पूरी दुनिया में लगभग 120 मिलियन लोग हिंदी भाषा का प्रयोग दूसरी भाषा के रूप में करते हैं.
Hindi Diwas 2022: 14 सितंबर के दिन हर साल हिंदी दिवस मनाया जाता है. यह दिन हिंदी भाषा के लिए और भी महत्वपूर्ण होता है. हिंदी भाषा का प्रयोग करने के लिए युवा पीढ़ी को प्रोत्साहित किया जाता है. पूरी दुनिया में लगभग 120 मिलियन लोग हिंदी भाषा का प्रयोग दूसरी भाषा के रूप में करते हैं. वहीं, 420 मिलियन लोग हिंदी को अपनी मातृभाषा के रूप में इस्तेमाल करते हैं.
व्यौहार राजेंद्र सिंह के जन्मदिन
हिंदी के महान साहित्यकार व्यौहार राजेंद्र सिंह के जन्मदिन के रूप में हिंदी दिवस को 14 सितंबर के दिन मनाया जाता है. हिंदी भाषा को विशेष दर्जा दिलाने में गोविंद दास,हजारी प्रसाद द्विवेदी, काका कालेलकर और मैसी लीशरण गुप्त का बहुत बड़ा हाथ है.
जानें इसका इतिहास
भारत देश में सबसे ज्यादा हिंदी भाषा का उपयोग किया जाता है. हालांकि भारत में कई प्रकार की भाषाएं बोली जाती हैं. लेकिन हिंदी सभी के लिए एक सामान्य भाषा है. जिसे ज्यादातर लोग बोल और समझ सकते हैं. देवनागरी लिपि में इंडो-आर्यन भाषा हिंदी लिखी गई थी. जिसे साल 1949 में संविधान सभा ने भारत की ऑफिशियल भाषा के रूप में मान्यता दी थी. हिंदी भारतीय गणराज्य की 22 ऑफिशियल भाषाओं में से एक मानी जाती है.
सांस्कृतिक उत्सव मनाए जाते हैं
साल 1949 में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 14 सितंबर से हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की थी. इसके अलावा देश भर में हिंदी साहित्य के लिए सांस्कृतिक उत्सव भी मनाए जाते हैं.
हालांकि 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है. कार्यक्रम साल 1975 में नागपुर में आयोजित किया गया था. इसे विश्व हिंदी सम्मेलन की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है. साल 1975 में 10 जनवरी को 30 देशों के लगभग 122 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था. जिसके बाद इसकी शुरुआत साल 2006 से देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के द्वारा की गई. हिंदी को बढ़ावा देने के लिए इसे मनाया जाता है.
भारत में अनेक भाषा होने के कारण अक्सर लोगों के बीच मातृ और राजभाषा को लेकर मतभेद चलता रहता है. क्योंकि हर कोई अपनी भाषा को महत्व देता है.