PMS Shift: एसेट मैनेजमेंट कंपनियां बदल रही हैं ट्रेंड, अब रिटेल निवेशकों के साथ HNI पर भी फोकस
पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (PMS) की दुनिया में हाल के एक साल में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है. पहले एसेट मैनेजमेंट कंपनियां अपना मुख्य ध्यान रिटेल निवेशकों पर ध्यान केंद्रित करती थीं, लेकिन अब उनका फोकस बदल रहा है.
PMS Shift: पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (PMS) की दुनिया में हाल के एक साल में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है. पहले एसेट मैनेजमेंट कंपनियां अपना मुख्य ध्यान रिटेल निवेशकों पर ध्यान केंद्रित करती थीं, लेकिन अब उनका फोकस बदल रहा है. भारत में हाइ नेट वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है और इसके साथ ही एचएनआई (HNWI) पर भी ध्यान केंद्रित करने वाली एसेट मैनेजमेंट कंपनियों के लिए एक नया बाजार उभर रहा है.
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल को मिलेंगे 2000 में पीएमएस लाइसेंस
जानकारी के लिए बता दें कि पिछले एक साल में पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवाएं प्रदान करने वाली अग्रणी कंपनियों में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी ने धमाकेदार 90% की वृद्धि दर्ज की है. इसके बावजूद इसी समय के दौरान इनवेस्को एएमसी (इंडिया), निप्पॉन लाइफ इंडिया एसेट मैनेजमेंट और मोतीलाल ओसवाल एएमसी कंपनी जैसी प्रमुख कंपनियों की ग्रोथ निगेटिव रही है. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल को 2000 में पीएमएस लाइसेंस मिले थे और यह भारतीय एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में से एक है. इस कंपनी ने पिछले दो दशकों में पोर्टफोलियो मैनेजमेंट के क्षेत्र में कई नए प्रोडक्ट लॉन्च किए हैं. इसके पीएमएस प्रमुख आनंद शाह के पास 20 साल से अधिक का अनुभव है और उनकी टीम 25 से अधिक सेक्टर्स के 470 से अधिक शेयरों का रिसर्च करती है. इसके परिणामस्वरूप आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी ने अच्छे प्रदर्शन की बजाय बढ़ रहे ग्राहकों को आकर्षित करने में भी सफलता प्राप्त की है. यह कंपनी ने नए ग्राहकों को 58% जोड़ा है, जो अन्य प्रतिस्पर्धी कंपनियों की तुलना में सबसे अधिक है.
पिछले एक साल में कॉन्ट्रा फंड ने 44% की वृद्धि
कॉन्ट्रा स्ट्रैटेजी एक प्रकार की निवेश की दिशा होती है जिसमें निवेशकों का लक्ष्य उन विचित्र स्थितियों में किया जाता है. जहां पर बाकी लोगों का निवेश करना कठिन होता है. इसमें निवेशकों का मकसद वहां निवेश करना होता है जहां पर निवेश करने के लिए अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़े. जैसे कि विपरीत व्यापारिक स्थितियों या किसी विशेष उद्योग में किसी संकट के कारण कॉन्ट्रा फंड ने पिछले एक साल में 44% की वृद्धि के साथ बेंचमार्क एसएंडपी बीएसई 500 टीआरआई को प्रदान किया, जो बहुत अच्छा है.
पिछले एक साल में होगी 46% की वृद्धि
पीआईपीई (P2P) मुख्य रूप से मिड और स्मॉल कैप कंपनियों में निवेश करता है और इसमें आने वाले 4-5 सालों में बढ़ेगा. इसने पिछले एक साल में 46% की वृद्धि की है. इस तरह के अच्छे रिटर्न से आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी को ग्राहकों को आकर्षित करने में मदद मिल रही है और इसने सबसे ज्यादा नए ग्राहकों को आकर्षित किया है. साथ ही बता दें कि इस बदलते दौर में एसेट मैनेजमेंट कंपनियां अब एचएनआई पर भी ध्यान केंद्रित कर रही हैं और यह नए निवेशकों के लिए एक सुनहरा मौका प्रदान कर रही है.