पटना: Bihar News: 20 साल बाद सहरसा में एक ही मंच पर नीतीश कुमार और आनंद मोहन नजर आने वाले हैं. बिहार में महागठबंधन सरकार के गठन के बाद आनंद मोहन की रिहाई के लिए जेल मैन्युअल में बदलाव ने वहां का सियासी पारा बढ़ा दिया था. मामला सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा है. ऐसे में इस सब के बीच बिहार में जहां महागठबंधन के दो बड़े घटक दल राजद और जदयू में से लालू यादव की राजद जहां भूमिहारों को अपने पक्ष में करने की तैयारी में लगी थी वहीं नीतीश कुमार ने आनंद मोहन के जरिए राजपूत वोट बैंक को साधने की जुगत लगा ली है. 


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राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा के द्वारा संसद में दिए गए बयान पर आनंद मोहन की उग्र प्रतिक्रिया ने राजद से आनंद मोहन की दूरी बनवा दी तो वहीं वह सीएम नीतीश के करीब होते चले गए. दरअसल आनंद मोहन का दबदबा कोसी क्षेत्र में है ऐसे में कोसी क्षेत्र में राजपूतों को सीधे अपने पाले में लाने का नीतीश कुमार के पास इससे अच्छा मौका नहीं था. नीतीश कुमार राजपूत वोट बैंक जो बिहार में 3.54 प्रतिशत है उस पर सीधे नजर लगाए बैठे हैं. सहरसा में  मसीहा और रॉबिन हुड के नाम से लोकप्रिय आनंद मोहन की पहचान राजपूतों के बीच एक बेहतरीन राजनेता के तौर पर रही है. 


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ऐसे में बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज सहरसा आएंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्व सांसद आनंद मोहन के पैतृक गांव पंचगछिया भी जाएंगे. जहां वो कोसी के गांधी कहे जाने वाले पूर्व सांसद आनंद मोहन के दादा जी और प्रखर स्वतंत्रता सेनानी स्व. रामबहादुर सिंह एवं पूर्व सांसद आनंद मोहन के चाचा एवं प्रखर स्वतंत्रता सेनानी पद्मानंद सिंह के आदमकद प्रतिमा का अनावरण करेंगे. 


उसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पंचगछिया भगवती स्थान मैदान में एक सभा को भी सम्बोधित करेंगे साथ ही मुख्यमंत्री पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे विधायक चेतन आंनद और उनकी बहू को आशीर्वाद भी देंगे. मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है. वहीं सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई है.