Bihar BJP Leader Death: पटना लाठीचार्ज में मारे गए विजय कुमार सिंह 2003 से राजनीति में सक्रिय हुए. उस समय वे भाजपा के जहानाबाद प्रखंड के कल्पा के पंचायत अध्यक्ष बनाए गए थे. 2006 में उन्हें जहानाबाद प्रखंड भाजपा अध्यक्ष के अलावा प्रखंड बीस सूत्री का उपाध्यक्ष बनाया गया. 2009 में भाजपा के जहानाबाद के जिला मंत्री बनाए गए और तब से महामंत्री थे. 


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विजय कुमार सिंह पटना में गुरुवार को आयोजित विधानसभा मार्च में शामिल होने के लिए जहानाबाद से पटना आए थे. पर अब वे अपने गांव कभी नहीं जा पाएंगे. अब उनकी लाश ही कल्पा जाएगी और वहां अंतिम संस्कार किया जाएगा. गुरुवार को विधानसभा मार्च के दौरान वे पुलिसवालों की लाठी की भूख के शिकार हो गए. भाजपाइयों ने इस बिहार सरकार की ओर से प्रायोजित मर्डर करार दिया है. सुशील कुमार मोदी ने तो ऐलानिया कहा है कि वे ऐसी सरकार को छोड़ेंगे नहीं जो उनके कार्यकर्ताओं की हत्या में शामिल हो.


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विजय कुमार सिंह की मौत की खबर से गांव में मातम पसर गया है. पहले विजय कुमार सिंह के घायल होने का फोन आया था और थोड़ी ही देर बाद मौत की खबर आ गई. मां-बहन और पूरे परिजन दहाड़ें मारकर रोने लगे. विजय कुमार सिंह के चाचा ने बताया, पटना से रूपेश नाम के व्यक्ति ने फोन कर पहले घायल होने और फिर मौत की सूचना दी थी. इस खबर से सभी का दिल बैठ गया और पूरे गांव में मातम पसर गया. 


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विजय कुमार सिंह के पिता श्रीराम सिंह हाई स्कूल दाउदपुर से रिटायर्ड क्लर्क हैं और मां दुलेश्वरी देवी का देहात हो चुका है. विजय की मौत की खबर से पत्नी पुष्पा का हाल बेहाल है. उन्हें तीन बेटियां और एक बेटा भोलाशंकर है.