Bihar Politics: बिहार विधानसभा मानसून सत्र के चौथे दिन भी जमकर हंगामा देखने को मिला. विपक्षी विधायकों ने लिखने वाले टेबल को उल्टा दिया. जिसके कारण स्पीकर ने 4:50 बजे तक सदन की कार्रवाई स्थगित स्थगित कर दी. वहीं मंगलवार (23 जुलाई) को पटना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ हुई लाठीचार्ज के विरोध में कांग्रेसी विधायक आज (गुरुवार, 25 जुलाई) मुंह में काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे. वहीं इस पर अब जेडीयू और बीजेपी ने तंज कसा है. सत्ताधारी दलों के नेता ने कहा कि अगली बार ये लोग मुंह में कालिख पोतकर आएं. बीजेपी के दिग्गज नेता और बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल को सभी ने देखा है. कांग्रेस विधायक जो काली पट्टी बांधकर आए हैं, उनको मुंह मे कालिख पोत कर आना चाहिए. 


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बीजेपी नेता ने कहा कि जिस तरह के वे आरोप लगा रहे हैं, वह निराधार है. इसी तरह से जेडीयू के विधायक सुधांशु शेखर और डॉक्टर संजीव कुमार ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों को बोलने का और सदन को नहीं चलने देने का कोई हक नहीं है. इन लोगों को मुंह में कालिक पोत कर आना चाहिए. उधर राजद के विधायक इसराइल मंसूरी ने कहा कि काली पट्टी बांधकर कांग्रेस के विधायक आए हैं. उन्होंने सही किया है, क्योंकि पूरा बिहार काले अंधेरे में नीतीश कुमार के शासनकाल में है. राजद विधायक सतीश दास ने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर है. अपराधियों का बोलबाला हो गया है. नीतीश कुमार की सरकार इसे रोकने में विफल रही है. 


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बता दें कि कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा के बाहर काला मास्क लगाकर प्रदर्शन किया और नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि हमलोग लाठीचार्ज के विरोध में काला मास्क लगाकर विधानसभा पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार है लेकिन नीतीश सरकार जनता की आवाज को दबाना चाहती है. कांग्रेस विधायक राजेश राम ने कहा कि नीतीश कुमार जब एनडीए में रहते हैं तो आरजेडी और कांग्रेस के नेताओं कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज करवाते हैं. जब पलटी मार कर महागठबंधन में रहते हैं तो बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज कराते हैं.